टमाटर उत्पादकों को जारी हो राहत पैकेज

एसडीएम से मिले प्रतिनिधिमंडल ने सरकार को भेजा ज्ञापन, फसल में बीमारी से बागबानों को पहुंचा भारी नुकसान

नेरचौक-टमाटर उत्पादकों के संकट को लेकर सोमवार को बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति के बैनर तले किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल एसडीएम बल्ह डा. आशीष शर्मा से मिला और मुख्यमंत्री को उनके माध्यम से ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में कहा गया है कि सोलन जिला के बाद सबसे ज्यादा टमाटर का उत्पादन मंडी जिला के बल्ह व नाचन क्षेत्र में होता है और यहां करीब 600 हेक्टेयर भूमि में किसान टमाटर पैदा करता है। ज्ञापन के माध्यम से  किसानों ने कहा है कि इस वर्ष अब जबकि टमाटर तैयार हो चुका है, परंतु कोविड-19 महामारी के चलते बाहर से जो व्यापारी आते थे, वे नहीं आए हैं और दूसरी तरफ  इस वर्ष ब्लाइट, झुलसा और अन्य बीमारियों के कारण किसानों को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा है। इन मुद्दों को लेकर तीन सूत्री मांग पत्र के तहत मांग की गई है की ब्लाइट, झुलसा और अन्य रोगों से जो टमाटर को नुकसान हुआ है उसका आकलन किया जाए और राहत पैकेज दिया जाए तथा बैंकों के कृषि ऋणों को माफ  किया जाए। दूसरी मांग यह की गई है कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार टमाटर का समर्थन मूल्य घोषित किया जाए और एचपीएमसी द्वारा मार्केट में दखलअंदाजी की जाए, ताकि मार्केट में टमाटर का रेट अच्छा मिल सके और मार्केट में रेट संतुलन बनाया जा सके।  तीसरी मांग के मुताबिक स्थायी अस्थायी मंडियों का विभिन्न गांवों के बीच में गठन किया जाए और बाहर से व्यापारियों को उन मंडियों में बुलाया जाए, ताकि किसान अपना टमाटर सीधा व्यापारी को मंडियों में दे सकें। प्रतिनिधिमंडल में जोगिंद्र वालिया अध्यक्ष संघर्ष समिति, नंदलाल वर्मा सचिव, परसराम अध्यक्ष हिमाचल किसान सभा, दिनेश कुमार अध्यक्ष टमाटर उत्पादक किसान सभा, प्रेमदास, भवानी सिंह, लाल सिंह, गुलाम रसूल, रोशन लाल, रमेश वर्मा, हरिराम लाल सिंह और सरवन आदि शामिल रहे।