ट्यूशन फीस के नाम पर लूट

निजी स्कूलों ने अभिभावकों को एक महीने की थमाई 15 हजार की स्लिप

शिमला-हिमाचल प्रदेश सरकार के आदेशों पर भी निजी स्कूलों ने अभिभावकों से अपनी लूट को कम नहीं किया। हैरानी की बात है कि एक माह की चौदह से पद्रंह हजार से भी ज्यादा फीस स्लिप भेजकर अभिभावकों से फीस मांगी जा रही है। सबसे ज्यादा राजधानी शिमला में निजी स्कूलों की यह मनमानी सामने आ रही है। शिमला शहर के कई बड़े -बड़े स्कूल ऐसे है, जिन्होंने ट्यूशन फीस के नाम पर हजारों रुपए अभिभावकों से लूटना चाह रहे है। बता दें कि चार से पांच स्कूल ऐसे हैं, जिन्होंने अभिभावकों को एसएमस कर फीस स्लिप दे दी है। वहीं एक व दो दिन में फीस जमा करवाने को लेकर भी आदेश जारी कर दिए हैं। जबकि कुछ दिन पहले ही शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने यह आदेश जारी किए थे, कि निजी स्कूल प्रबंधन अभिभावकों से केवल ट्यूशन फीस ही ले। इसके अलावा कोई भी फंड लेने पर कार्रवाई करने की बात सरकार व शिक्षा विभाग ने की थी। दरअसल कई ऐसे बड़े स्कूल है, जिन्होंने ट्यूशन फीस के नाम पर हजारों रुपए बढ़ा दिए है। इससे  अभिभावकों का गुस्सा भी बढ़ गया है। जिससे की शिक्षा विभाग में शिकायतें दी गई है। हालांकि शिक्षा विभाग ने अभिभावकों के विरोध के बीच सभी उपनिदेशकों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने-अपने जिलों में प्राइवेट स्कूलों पर नजर रखे, वहीं इन स्कूलों ने अभिभावको से कितनी फीस ली है, इस पर भी रिपोर्ट मांगी गई है। हैरत इस बात की है कि कई निजी स्कूलों ने बिना ऑनलाइन क्लासेज के भी छात्रों से ट्यूशन फीस वसूली है। इस पर भी शिक्षा विभाग अब प्रोपोजल बनाकर सरकार को भेजेगा, वहीं इस पर निजी स्कूलों पर क्या कार्रवाई होनी चाहिए, इस पर स्थिति स्पष्ट करने को कहा जाएंगा।