प्रदेश में शुरू हो गोधन न्याय योजना

जिला जीव-जंतु कल्याण अधिकारी ने मांगों को लेकर की आवाज बुलंद

मंडी-भारतीय जीव-जंतु कल्याण बोर्ड से मनोनीत जिला जीव-जंतु कल्याण अधिकारी एवं राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित एमएल पटियाल व जिला जीव-जंतु कल्याण अधिकारी सीता राम वर्मा ने हिमाचल प्रदेश सरकार से मांग की है कि छत्तीसगढ़ सरकार की तरह प्रदेश में गोधन न्याय योजना में भी शुरू की जाए, ताकि प्रदेश सरकार, किसानों से व गोसदनों, गोशालाओं से गोबर खरीदकर किसानों की आय को भी बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि इसी गोबर से वर्मीकंपोस्ट खाद तैयार किए जाए। इससे जहां प्रदेश के किसानों को लाभ मिलेगा, वहीं खेतों के लिए देशी खाद भी होगी।  इससे बागबानी विभाग व कृषि विभाग को प्रदेश सरकार अपने ही संसाधनों द्वारा आपूर्ति का कार्य करें। एमएल पटियाल ने बताया कि यह योजना किसानों, गोसदनों के लिए पशुओं के संरक्षक में सहायक होगी। इस योजना का लाभ हर पशु पालक ले सकेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अगर गोधन न्याय योजना को प्रदेश में शुरू करती है तो लोग पशुओं को लावारिस नहीं छोड़ेंगे। इस योजना का लोग भरपूर लाभ उठाएगें। उन्होंने बताया कि छतीसगढ़ सरकार द्वारा इस योजना को सुचारू रूप से चलाने के लिए मुख्यमंत्री ने अपना पूर्ण सहयोग हर किसान व पशुपालक को देने का वचन दिया है। इससे उक्त राज्य के पशु पालकों ने राहत की सांस ली है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सरकार भी इस योजना को शुरू करके पशुधन की सुरक्षा में अपनी भी भागीदारी सुनियोजित करें। उन्होंने बताया कि प्रदेश में हर रोज लावारिस पशुओं की संख्या बढ़ रही है। मौजूदा समय में स्थिति यह हो गई है, की कोई भी पशु नहीं पालना चाहता। ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी पशु पालना छोड़ रहे हैं, जो कि वर्तमान में सबसे चिंतनीय विषय है। इसके चलते प्रदेश सरकार को उक्त समस्या को हल करने के लिए गोधन न्याय योजना जल्द शुरू करनी होगी।