बस आपरेटरों को 56 करोड़ का घाटा

By: Jun 5th, 2020 12:22 am

घुमारवीं – बिलासपुर जिला में कोरोना वायरस ने निजी बस आपरेटरों की कमर तोड़कर रख दी है। बिलासपुर जिला में निजी बस आपरेटरों को प्रतिदिन करीब साढ़े सात लाख रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। अब तक 75 दिन के लॉकडाउन में यह नुकसान 56 करोड़ रुपए से ऊपर बढ़ गया है। अहम बात यह है कि इस में केवल बैंक, चालक, परिचालक व इंश्योरेंस का खर्चा ही स िमलित किया गया। इससे निजी बस आपरेटरों, चालकों व परिचालकों को जीवन यापन करना मुश्किल हो गया है। बिलासपुर जिला में 305 निजी बसें हैं। निजी बसें 22 मार्च से अब तक खड़ी हैं। हालांकि सरकार ने प्रदेश में बसों को चलाने की हरी झंडी दे दी है। लेकिन, जिला बिलासपुर में निजी बसों के चालक व परिचालक कोरोना खौफ अभी तक बसों को सड़कों पर उतारने से परहेज कर रहे हैं। वहीं, आपरेटर भी इस स्थिति में ज्यादा घाटा उठाने का जोखिम नहीं ले रहे हैं। इससे निजी बस आपरेटरों व इससे जुड़े चालक-परिचालकों को अपना जीवन यापन करना मुश्किल हो रहा है। बताते चलें कि जिला बिलासपुर में कोरोना के खौफ में निजी बसों के चालक व परिचालक बसें चलाने की मनाही कर रहे हैं। इससे एक्का-दुक्का बसों को छोड़ दें, तो सभी निजी बसों के पहिये थमे हुए हैं। जिला में लगभग 305 निजी बसें शहर से लेकर ग्रामीण कई रूटों पर लोगों को सुविधाएं देती है। कोरोना वायरस के कारण लगे कर्फ्यू के कारण बसें पिछले 75 दिनों से खड़ी है। हालांकि, बसों को चलाने के लिए सरकार की ओर चार दिन पहले हरी झंडी मिल चुकी है। लेकिन, कोरोना के खौफ में चालक-परिचालक बसें चलाने से परहेज कर रहे हैं। इससे बस आपरेटरों से लेकर चालक-परिचालकों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा था। बसों के चालकों-परिचालकों का मानना है कि इस महामारी के दौर में भगवान न करे यदि उन्हें कुछ हो जाता है, तो उसकी जिम्मेदारी कौन उठाएगा। उनका कहना है कि प्रदेश सरकार ने परिवहन निगम के चालकों तथा परिचालकों का बीमा तो कर दिया है। लेकिन, निजी बसों के चालकों व परिचालकों के बारे में किसी ने भी विचार नहीं किया। वहीं, प्रधान, जिला निजी बस आपरेटर यूनियन राजेश पटियाल ने कहा कि कोरोना वायरस ने निजी बस आपरेटरों की कमर तोड़कर रख दी है। जिला में निजी बस ऑपरेटरों को अब तक नुकसान 56 करोड़ रुपए से अधिक हो गया है। इस नुकसान में केवल बैंक, चालक, परिचालक व इंश्योरेंस को ही सम्मिलित किया गया है। सभी से आग्रह कि सरकार के निर्देशानुसार अपनी-अपनी बसें रूटों पर चलाना शुरू करें।

सड़कों पर बसें उतारने से कर रहे परहेज

वहीं, सरकार ने प्रदेश में बसों को चलाने के लिए पहली जून से हरी झंडी दे दी है, लेकिन कोरोना वायरस के खौफ व घाटा अधिक होने की आशंका से बिलासपुर जिला में एक्का-दुक्का बसों को छोड़ दें, तो अभी तक सड़कों पर निजी बसें नहीं दौड़ पाई है। कोरोना के खौफ से चालक बसों को सड़कों पर उतारने से परहेज कर रहे हैं।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App