बागीचा लगा कमा रहे लाखों

रिवालसर – बुलंद हौसले व दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर बल्ह उपमंडल की सिध्यानी पंचायत के खेम चंद ने बागबानी के क्षेत्र में अपना नाम चमकाया है। एक दशक तक पथरीली व बंजर भूमि पर  कड़ी मेहनत कर 60 वर्ष की उम्र पार करने के बाद अब अपना खुद का बागीचा तैयार करने का सपना पूरा करते हुए अपनी 30 बीघा भूमि  में बिना किसी सरकारी मदद से 500 प्लम  व 120 आम  के फलदार पौधे तैयार कर डाले हैं। उन्होंने  अपने बागीचे में प्लम व आम के पौधों के अलावा नाशपाती, खुमानी व सेब के पौधे भी तैयार किए हैं। खेम चंद का कहना कि जालंधर सब्जी मार्केट में प्लम की अच्छी खासी डिमांड है, जहां एक किलो प्लम 60 से 80 रुपए किलो के हिसाब से बिक जाता है। उन्होंने बताया कि फलदार फसलों से उन्हें हर साल लाखों रुपए की अच्छी खासी कमाई हो रही है। उन्होंने क्षेत्र के लोगों को परंपरागत फसलों को छोड़कर नकदी फसलें उगाने का  आग्रह किया है। उन्होंने स्थानीय पंचायत के जनप्रतिनिधियों से नाराजगी जताते हुए कहा कि उनके बागीचे में एक प्राकृतिक पेयजल का स्रोत है, जिसके संग्रहण के लिए उन्होंने स्थानीय पंचायत में जल भंडारण के टैंक के निर्माण के लिए मनरेगा योजना के माध्यम से टैंक निर्माण के लिए बार-बार आवेदन करने के बावजूद  उन्हें पंचायत की ओर से कोई सहयोग नहीं मिला पाया है। उन्होंने बागीचे के बेहतर रखरखाव व मार्गदर्शन के लिए कृषि एवं बागबानी विभाग से  मांग की है कि उनके बागीचे का निरीक्षण कर उन्हें और अच्छी फसल के परिणामों के लिए  उनका मार्गदर्शन करें।