बिजली संशोधन कानून का विरोध

केलांग-जिला लाहुल-स्पीति के स्पीति घाटी में स्तिथ रोंगटोंग विद्युत परियोजना में बिजली संशोधन कानून-2020 के खिलाफ विरोध प्रकट किया गया। परियोजना के कर्मचारियों ने नए बिजली संशोधन कानून-2020 को कर्मचारी विरोधी, पेंशनर्ज विरोधी और उपभोक्ता विरोधी बताते हुए जमकर विरोध प्रकट किया। इस दौरान अध्यक्ष अशोक कुमार और सचिव अंगरूप दोरजे ने बताया कि बिजली कानून-2020 बिजली बोर्ड के कर्मचारियों सहित, बिजली बोर्ड से सेवानिवृत्त हुए पेंशनरों और उपभोक्ताओं के लिए सही कानून नहीं है। उन्होंने कहा कि इस कानून से बोर्ड के 25 हजार से अधिक पेंशनरों की पेंशन अदायगी पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा हो जाएगा, जो कि कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अशोक कुमार ने बताया कि जिस तरह से कोविड-19 के बीच में केंद्रीय मंत्री इस बिजली कानून को पारित करने की जल्दबाजी दिखा रहे हैं। उससे यही लगता है कि केंद्रीय सरकार को बिजली बोर्ड के कर्मचारियों, पेंशनरों ओर उपभोक्ताओं की कोई फिक्र नहीं है। इस लिए बोर्ड के सभी कर्मचारी रोंगटोंग परियोजना में कार्यरत सभी कर्मचारियों के साथ मिल काला बिल्ला लगाकर अपना विरोध प्रकट कर रहे हैं।