मेरे जिंदा बेटे को तो घर वापस ला दो सरकार!

एक बेटा खोया, दूसरे को खोना नहीं चाहती 85 वर्षीय मां, सरकार-प्रशासन से लगाई गुहार

नेरचौक-विदेश में एक बेटे को कोरोना महामारी से खोने के उपरांत दुखियारी मां अब दूसरे बेटे को खोना नहीं चाहती है। दुखियारी मां शासन प्रशासन से गुहार लगा रही है कि मेरे जिंदा दूसरे बेटे को कुवैत से सकुशल घर वापस ला दो सरकार। मामला जिला मंडी के उपमंडल बल्ह के मैराम्सीत प्लाही गांव के 55 वर्षीय दीनानाथ का है, जिनकी सऊदी अरम के जुबेल में कोरोना संक्रमण से 18 जून को मौत हो गई है। अब स्वर्गीण दीनानाथ का एक भाई भी कुवैत में फंसा हुआ है। दीनानाथ की मां रामदेई अब अपने इस बेटे के लिए भी प्रशासन से फरियाद लगा रही है। उनका कहना है कि एक बेटा तो कोरोना की वजह से चला गया, लेकिन अब सरकार उनके दूसरे बेटे को तो बचा कर घर पहुंचा दे। गमगीन रामदेई के दूसरे बेटा ओमप्रकाश  कुवैत में जेसीबी आपरेटर है। कुवैत में भी कोरोना संक्रंमण बढ़ रहा है। वहीं परिवार में एक सदस्य की पहले ही मौत हो चुकी है। ऐसे में दुखियारी मां को अपने दूसरे बेटे की चिंता सता रही है। ओम प्रकाश घर वापस आना चाहता है और उनके अलावा वहां बड़ी संख्या में हिमाचली लोगों के साथ अन्य राज्यों के लोग फंसे हुए हैं, लेकिन प्रदेश सरकार से कोई सहयोग न मिलने की वजह से कुवैत में भारतीय दूतावास भी हिमाचली लोगों का सहयोग नहीं कर रहा है। मां रामदेई चाहती है कि उनका दूसरा बेटा ओमप्रकाश, जो कि अभी विदेश में जिंदा है। उसे सरकार सकुशल घर वापस लाए, ताकि वह परिवार के साथ दुख की घड़ी में शामिल हो सके और अपने देश में परिजनों के साथ सुरक्षित रहे। घर की मुखिया 85 वर्षीय रामदेई, मृतक की पत्नी वनीता सहित पूरा परिवार अपने सदस्य की मौत की खबर मिलने के बाद सकते में है। पत्नी वनीता जहां रोरोकर बार-बार बेहोश हो रही है। वहीं दुखियारी मां अपने जिगर के टुकड़े को याद कर बार-बार यही कह रही है कि कोई तो मेरे बेटे को गांव वापस लाकर एक बार अंतिम दर्शन करवा दो। दीनानाथ के बेटा नीरज, जो कि भारतीय थल सेना की जैक राइफल रेजिमेंट में बतौर राइफल मैन देश की सुरक्षा में तैनात है। मौत की खबर सुन छुट्टी लेकर घर आया हुआ है। परिजन उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर को एक ज्ञापन सौंप कर प्रदेश व केंद्र सरकार साउदी अरब सरकार से मध्यस्थता कर उनके पिता के पार्थिव शरीर को देश वापस लाए लाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है।