गांव-गांव जाकर बच्चों को किया जा रहा शिक्षित

रायकोट बोकरा के जेबीटी अध्यापक दिनेश सिंह और स्टाफ ने पेश की मिसाल

कुनिहार – राजकीय प्रारंभिक पाठशाला रायकोट बोकरा के जेबीटी अध्यापक दिनेश सिंह अन्य अध्यापकों के लिए मिसाल बनकर उभरे हैं। कोरोना महामारी के चलते ऑनलाइन पढ़ाई पर जोर दिया जा रहा है, लेकिन इस सब के बीच स्मार्ट फोन न होने पर कई बच्चे पढ़ाई से वंचित भी रह रहे हैं। इस सबसे अलग पढ़ाई से वंचित रह रहे रायकोट बोकरा स्कूल के करीब डेढ़ दर्जन बच्चों के लिए दिनेश सिंह आगे आए हैं। वे पिछले लगभग दो माह से इन बच्चों को उनके गांव-गांव जाकर वहां बनी वर्षा शालिका में प्रतिदिन पढ़ा रहे हैं। इतना ही नहीं वे इन बच्चों को कापी, पैंसिल सहित स्लेट व चाक भी देते हैं। उनका मुख्य उद्देश्य है कि केवल स्मार्ट फोन न होने के चलते इन बच्चों की पढ़ाई पर कोई विपरीत असर न पड़े। अध्यापक के इस सराहनीय प्रयास की न केवल अभिभावक बल्कि अन्य गांववाले भी प्रशंसा कर रहे हैं। अध्यापक दिनेश सिंह लगभग 22 वर्षों से शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और रायकोट बोकरा स्कूल में पिछले पांच वर्षों से कार्यरत हैं। उनके साथ इस स्कूल में एक अध्यापिका पार्वती देवी व पीयन राजेंद्र सिंह कार्यरत है। इस स्कूल में 16 बच्चे पढ़ते हैं, परंतु लॉकडाउन से सभी स्कूल बंद होने के कारण अध्यापक दिनेश सिंह को उनके भविष्य की चिंता सताने लगी और उन्होंने जब से वाहनों की आवाजाही शुरू हुई तभी से गांव-गांव जाकर अपने स्कूल के बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया। दिनेश सिंह ने बच्चों के परिजनों को इस संक्रमण के बारे में जागरूक किया।