इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए मशरूम बेहतर विकल्प

सोलन – कोरोना महामारी से बचाव के लिए मानव शरीर में इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए मशरूम एक बेहतर विकल्प हो सकता है। मशरूम की एक ही प्रजाति में सभी पोषण व औषधीय मापदंडों को सम्मिलित कर प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाया जा सकता है। यह सुझाव एआइसीआर के महानिदेशक व कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग के सचिव डा. टी महापात्रा ने दिया। वह बुधवार को निदेशालय द्वारा मशरूम पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना की 22वीं वार्षिक समूह बैठक में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। ऑनलाइन आयोजित इस बैठक में देश के 27 राज्यों में स्थित 32 एआईआरसीपी के वैज्ञानिकों व विशेषज्ञों ने भाग लिया। डा. महापात्रा ने अपने वक्तव्य में विभिन्न मूल्यवान मशरूमों के औषधीय और जैव सक्रिय यौगिकों के क्षेत्र में अनुसंधान कार्य की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने प्रवासी श्रमिकों के लिए वर्तमान कोरोना स्थिति में रोजगार के अवसर के रूप में मशरूम की खेती की संभावनाओं पर भी बल देने को प्राथमिकताओं में शामिल करने की बात पर जोर दिया। मुख्यातिथि ने खुंभ अनुसंधान निदेशालय के निदेशक डा. वीपी शर्मा और उनकी टीम की मशरूम अनुसंधान के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सराहना की। बैठक के आरंभ में निदेशक डा. वीपी शर्मा ने सभी अतिथि विशेषज्ञों व वैज्ञानिकों को स्वागत किया। बैठक के दौरान डा. आनंद कुमार सिंह ने खुंभ अनुसंधान निदेशालय, सोलन द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की । डा. टी जानकीराम ने भी भाकृ अनुप खुंब अनुसंधान निदेशालय, सोलन द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की तथा विशेष रूप से भारतीय कदन्न अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद के सहयोग से मशरूम मिलेट से संबंधित दो मूल्य वर्धित उत्पादों (मशरूम मिलेट, कुकीज और न्यूट्रीबार) को बनाए जाने पर बधाई दी।  डा. शर्मा ने भारत में मशरूम विज्ञान को मजबूत करने हेतु आवश्यक भविष्य के शोध कार्य के लिए रोड मैप दिया।  दो एआईसीआरपी केंद्रों को उनके अनुसंधान और विस्तार गतिविधियों के आधार पर सर्वश्रेष्ठ कार्य के लिए सम्मानित किया गया।