लेफ्टिनेंट की वर्दी में हिमाचल के लाड़ले

By: Jun 15th, 2020 12:03 am

आईएमए देहरादून व नौसेना की एझिमाला एकेडमी में पासिंग आउट परेड के दौरान बने अफसर

योगेंद्र ने परेड में 333 अधिकारियों का किया नेतृत्व

बैजनाथ। जोगिंदरनगर के सीमावर्ती गांव दारट बगला के सैन्य पृष्ठभूमि रखने वाले सैनिक परिवार के पुत्र योगेंद्र सिंह ठाकुर ने इंडियन मिलिट्री एकेडमी देहरादून से पासआउट होकर समूचे प्रदेश में क्षेत्र का नाम रोशन किया है। लेफ्टिनेंट योगेंद्र ठाकुर की शुरू की पढ़ाई सरस्वती विद्या मंदिर बालकरूपी मे हुई, उसके बाद मिलिट्री स्कूल चायल में दाखिला हुआ। इसके बाद 2016 में प्लस-टू करने के दौरान एनडीए में राष्ट्रीय स्तर पर चयन हुआ। नेशनल डिफेंस अकादमी खड़कवासला से 2019 मे दिल्ली विश्वविद्यालय के माध्यम से स्नातक की डिग्री प्राप्त कर इंडियन मिलिट्री अकेडमी देहरादून से एक सैन्य अधिकारी बनने के साथ पासिंग आउट परेड का सीनियर अंडर ऑफिसर के तौर पर नवनियुक्त 333 सैन्य अधिकारियों का नेतृत्व भी किया। योगेंद्र सिंह ठाकुर 6जी पैरा रेजिमेंट श्रीनगर के उरी में अपनी सेवाएं देंगे। योगेंद्र के पिता अनिल ठाकुर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गुम्मा (मंडी) मे कार्यरत हैं और माता वीना देवी गृहिणी हैं। छोटा भाई उज्ज्वल ठाकुर दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई कर रहा है।

सुहास शर्मा नौसेना में सब-लेफ्टिनेंट

ऊना। ऊना के गांव नंगल सलांगड़ी के सुहास शर्मा भारतीय नौसेना में अफसर बने हैं। केरल में स्थित भारतीय नौसेना की एझिमाला अकादमी में 13 जून को हुई पासिंग आउट परेड में सुहास शर्मा को सब-लेफ्टिनेंट के रूप में नियुक्ति दी गई। दक्षिणी नौसेना कमान के प्रमुख वाइस एडमिरल अनिल कुमार चावला इस समारोह में बतौर मुख्यातिथि के रूप में पधारे। रीयर एडमिरल तरुण सोबती ने प्रशिक्षुओं को कर्त्तव्यनिष्ठा की शपथ दिलाई। सुहास के पिता डा. सुशील कुमार शर्मा भारतीय रेलवे विभाग मेें डिप्टी जनरल मैनेजर के पद पर तैनात हैं, जबकि माता उमेश शर्मा केंद्रीय विद्यालय से शिक्षिका के रूप में सेवाएं देने के बाद सेवानिवृत्त हो चुकी हैं। इनकी वहन कृति शर्मा जियो कंपनी में सहायक प्रबंधक के पद पर तैनात हैं। सुहास पढ़ाई के साथ-साथ वालवाल खेल में भी अच्छा खिलाड़ी हैं। सुहास शुरू से ही मेधावी छात्र रहे हैं और केंद्रीय विद्यालय अंबाला से दसवीं में पहला स्थान प्राप्त किया था।

ऋषि ने पूरा किया अफसर बनने का सपना

सुंदरनगर। देहरादून में शनिवार को आयोजित पास आउट परेड में उपमंडल सुंदरनगर के निहरी के पंडार गांव के ऋषि कुमार पुत्र गंगा राम ने सेना में लेफ्टिनेंट बनकर प्रदेश का नाम रोशन किया है। ऋषि कुमार एक किसान परिवार से संबंध रखते हैं। ऋषि कुमार ने कहा कि उन्होंने राजकीय प्राथमिक पाठशाला बरौहकड़ी, उच्च पाठशाला झुंगी और वरिष्ठ माध्यमिक शिक्षा निहरी से शिक्षा प्राप्त की और वल्लभ कालेज मंडी में बीए की पढ़ाई शुरू की, लेकिन बीच में पढ़ाई छोड़ दी और सेना में भर्ती हुए। इसी दौरान उन्होंने पढ़ाई जारी रखी और एनडीए की परीक्षा उत्तीर्ण की। अब वह सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं। ऋषि ने कहा कि वह बचपन से सेना के बड़े अधिकारी बन देश सेवा करना चाहते थे और यह सपना आज साकार हुआ है। उन्होंने इस कामयाबी के पीछे माता-पिता का अहम योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि यंत्रीकृत पैदल सेना में आज से सेवा देने जा रहे हैं।

शाश्वत की पहली पोस्टिंग कोच्चि में

पालमपुर। पालमपुर के शाश्वत सूद ने भारतीय नोसैना में बतौर सब-लेफ्टिनेंट नियुक्त होकर अपने प्रदेश, शहर और माता-पिता का नाम रोशन किया है। शाश्वत डीएवी पालमपुर से मैट्रिक तथा चंडीगढ़ में ऐलेन इंस्टीच्यूट से जमा दो की पढ़ाई  के बाद जुलाई 2016 में एनडीए में सिलेक्ट हुए।  पुणे खड़कवासला और केरल में चार वर्ष तक ट्रेनिंग के उपरांत शनिवार को केरल में हुई साधारण पासिंग परेड में शाश्वत को भारतीय नौसेना में बतौर सब-लेफ्टिनेंट नियुक्ति किया गया, जो पहली भारतीय नोसैना के मुख्यालय कोच्चि केरल में अपनी प्रथम सेवाएं देंगे। काबिलेगौर है कोरोना संकट के कारण शाश्वत के माता-पिता और रिश्तेदार पासिंग परेड में शामिल नहीं हो पाए। शाश्वत सूद के पिता इंजीनियर अशोक सूद कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर से बतौर अधिशाषी अभियंता सेवानिवृत्त हुए हैं तथा माता नीलम सूद पंजाब नेशनल बैंक पालमपुर में अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। शाश्वत की दो बहनें इंजीनियरिंग करके कंपनियों में सेवाएं दे रही हैं।


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