साहब! जनोग सड़क पर भी दो ध्यान

नौ माह से नहीं दौड़ी बस,पिछले साल अगस्त में बाढ़ की भेंट चढ़ गई थी 200 मीटर सड़क, आज तक नहीं सुधरे हालात

नेरवा – गत वर्ष 18 अगस्त को आई बाढ़ में क्षतिग्रस्त हुई मानु-भाविया, जनोग सड़क पर नौ माह का लंबा समय बीत जाने के बावजूद बसों की आवाजाही शुरू नहीं हो पाई है। यह सड़क मुंडली,भराणू,मानु-भाविया, खूंद न्योल, चइंजन, टिक्करी व धनत आधा दर्जन से अधिक पंचायतों को आपस में जोड़ती है। इन पंचायतों के लोगों की आपस में रिश्तेदारियां हैं एवं आपसी मेलजोल के लिए इन लोगों का अकसर इसी सड़क से आना-जाना होता है। सड़क के क्षतिग्रस्त होने से पहले इस से होकर सुबह, दोपहर और शाम को नेरवा से जनोग के लिए परिवहन निगम की तीन बसें चला करती थी, परंतु पिछले साल 18 अगस्त को बादल फटने से आई बाढ़ में इस सड़क का करीब दो सौ मीटर हिस्सा फावला गांव के समीप नाले में बह गया था। ग्राम पंचायत मानु-भाविया,खूँद न्योल एवं चइंजन के पंचायत समिति सदस्य आचार्य मनोहर शर्मा ने बताया कि वह एवं इन पंचायतों के जन प्रतिनिधि कई बार सरकार और विभाग से इस सड़क को ठीक करने की मांग उठा चुके हैं,परंतु नौ माह से भी अधिक समय बीत जाने पर इस सड़क को बसों की आवाजाही योग्य नहीं बनाया गया है। इस वजह से लोगों में आपसी झगड़े तक हो रहे हैं।  उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर इस सड़क पर दीवारें लगाने का कार्य शुरू नहीं किया गया तो वह तीन पंचायतों के लोगों को साथ लेकर लोक निर्माण मंडल कार्यालय चौपाल का घेराव करेंगे। इस विषय में लोक निर्माण पीआईयू उपमंडल नेरवा के सहायक अभियंता मनोज भारद्वाज ने बताया कि क्षतिग्रस्त सड़क का अधिकांश कार्य पूरा हो चुका है, कुछ कार्य लॉक डाउन की वजह से लटक गया था,जिसे दो तीन दिन में पूरा कर इसे बड़े वाहनों के लिए बहाल कर दिया जाएगा।