सीमाओं पर महिलाओं का पहरा

कोरोना के आगे दीवार बन खड़ी लाहुल-स्पीति की नारी शक्ति, जिला के प्रवेश द्वार पर रखी है पैनी नजर

केलांग-लाहुल-स्पीति को कोरोना से बचाने के लिए घाटी की महिलाओं ने अहम भूमिका अदा की है। लाहुल में संक्रमण से बचने के लिए जितने भी बड़े फैसले हुए हैं उन्हें धरातल पर लागू करने में घाटी की महिलाओं का सबसे बड़ा योगदान रहा है। लिहाजा लाहुल में कोरोना को रोकने में घाटी की महिलाएं अब तक कामयाब रही हैं, जिनकी तारीफ प्रदेश ही नहीं देश के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही है। यही वजह है कि लाहुल-स्पीति आज भी कोरोना मुक्त बना हुआ है। कोरोना के खतरे को ध्यान में रख जहां लाहुल में सबसे पहले महिलाओं ने ही बाहरी क्षेत्रों से आने वाले लोगों की एंट्री पर रोक लगाने का निर्णय लिया था, वहीं गांवों की सीमाओं पर इन महिलाओं ने मोर्चा संभाला, जिसका परिणाम आज सबके सामने है। यही नहीं, प्रवासी मजदूरों को लेकर भी जहां घाटी की महिलाओं ने जागरूकता दिखाते हुए कोरोना काल में किसी को भी घाटी में दाखिल नहीं होने दिया, वहीं लाहुल की महिलाओं ने समय-समय पर प्रशासन को भी इस क्षेत्र में अलर्ट करते हुए जहां जिला के किस क्षेत्र में कहां से कौन आया है, उसकी जानकारी भी प्रशासन को तुरंत दी जा रही है। ऐसे में लाहुल-स्पीति में कोरोना को मात देने में महिलाओं की जमकर तारीफ हो रही है।  कोरोना के प्रति लाहुल की ग्रामीण महिलाएं कितनी जागरूक हैं, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिस तरह से हाल ही में काजा में लाहुल-स्पीति के ही विधायक के प्रवेश पर स्थानीय महिलाओं ने उनका विरोध किया और उनके काफिले को घाटी से लौटा दिया। ऐसे में कोरोना को लेकर ग्रामीणों की जागरूकता काबिलेतारीफ है। यही नहीं लाहुल-स्पीति में जहां ग्रामीणों ने बाहरी क्षेत्रों से आ रहे लोगों पर पूरी तरह नजर रखी हुई है, वहीं सरकार द्वारा तय किए गए नियमों का अगर कोई पालन नहीं करता है,तो उसके खिलाफ भी स्थानीय महिलाएं हल्ला बोल रही हैं।

वनों को बचाने में भी महिलाएं आगे

उल्लेखनीय है कि लाहुल में जहां वन लगाने की बात हो या फिर जंगली जानवरों के अवैध शिकार को बंद कराने की हर क्षेत्र में लाहुल की महिलाओं ने एक मिसाल कायम की है। लाहुल में जहां शिकारियों पर नकेल कसने वाली स्थानीय महिलाएं समय मिलते ही घाटी के उन सभी क्षेत्रों पर नजर रखती हैं। लाहुल-स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर का कहना है कि कोरोना काल में लाहुल-स्पीति की महिलाओं का कार्य सराहनीय है।