ओलों ने उजाड़े बाग, बागबानों का दिल बैठा

हिमाचल में मानसून आने तक ही इस बार कई जगह ओलों ने बागों के तहस नहस कर दिया है। आलम यह है कि सरकार इससे जहां बेखबर है, वहीं बागबानों का दिल पूरी तरह बैठ गया है। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि आखिर वे अपनी व्यथा कहां और किसे सुनाएं। दूसरी ओर प्रदेश सरकार कोरोना से त्रस्त बागबानों के दर्द से पूरी तरह अनजान हैं। ओलों का आलम यह है कि  बागबानी, खुंब व फ्लोरीकल्चर को 201  करोड़ का नुकसान पहु़ंचा है। इसके फ्रूट को  165  करोड़  और खुंब-फ्लोरिकल्चर को 36 करोड़ का नुकसान  पहुचा है। शिमला जिला में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। शिमला जिला में अकेले बागवानी को 82.22 करोड़ का नुकसान पहुचां  है। मंडी जिला में भी 37.24 करोड़ और कुल्लू में 36.15 करोड से ज्यादा का नुकसान फलों को हुआ है। बागवानी विभाग ने  नुकसान की रिपोर्ट  प्रदेश सरकार के माध्यम से केंद्र को भेज दी ह, लेकिन बागबानों को कोरोना के माहौल में भरपाई की उम्मीद कम ही है।बागवानी विभाग के निदेशक  डा. एमएम शर्मा  ने  माना कि ओलो ंसे अब तक फलों को 201 करोड़ का नुकसान हो चुका

 रिपोर्ट: कार्यालय संवाददाता,शिमला