तीन साल में तैयार नहीं हो पाया संस्कृति सदन

 मंडी-देव संस्कृति को संरक्षण देने व देवलुओं को शिवरात्रि के समय  मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए बनने वाला संस्कृति सदन तीन साल में भी नहीं बन पाया है। लगभग 17 करोड़ की लागत से बनने वाले संस्कृति सदन के कार्य को अगले वर्ष शिवरात्रि से पहले पूरा करने का समय दिया गया है, जिससे अगले वर्ष देवलुओं को इस सदन में ठहराया जा सके। देव परंपरा को संरक्षित करने व देव समाज के लिए मूलभूत सुविधाओं को मुहैया करवाने के लिए मंडी में तीन साल पहले संस्कृति सदन को बनाने का कार्य शुरू किया गया था। कार्य की शुरुआत में ही बजट की कमी होने से कार्य देरी से शुरू हो हुआ। देखते-देखते अब तीन साल हो बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक सदन बनकर तैयार नहीं हो पाया है। इस वर्ष भी शिवरात्रि के समय इस सदन में देवलुओं को ठहराने की योजना बनाई गई थी, लेकिन असल में ऐसा कुछ नहीं हो सका। बता दें कि संस्कृति सदन में देवलुओं के ठहरने के लिए कमरे, हाल, ऑडिटोरियम, लंगर हाल व शौचालयों का निर्माण किया जाना है। सरकार द्वारा इस सदन को बनाने के लिए लगभग 17 करोड़ रुपए खर्च किए जाने हैं।  वहीं, इस पर अधिशाषी अभियंता लोनिवि मंडल दो केके शर्मा ने बताया कि आगामी वर्ष शिवरात्रि से पूर्व ही भवन का कार्य पूरा करने के का प्रयास है। उम्मीद है समय से पहले ही कार्य पूरा हो जाएगा।