बाबा रामदेव कोई अपराधी नहीं

पूर्व सीएम शांता कुमार ने केंद्रीय आयुष मंत्री को लिखा पत्र

पालमपुर –कोरोना को दवाई को लेकर बाबा रामदेव के दावे पर उठे विवाद पर भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने आयुष मंत्री श्रीपदनायक को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने दुख प्रकट किया है कि कुछ औपचारिकताओं को पूरा न करने और शब्दों के हेर-फेर के कारण स्वामी रामदेव से अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। आज भी लाखों कोरोना रोगी केवल शरीर की प्रतिरोधक शक्ति के कारण ठीक हो रहे हैं। इसी शक्ति की बढि़या दवाई पतंजलि ने तैयार की थी। उन्होंने कहा कि शब्दों की इस प्रकार की गलती कई बार बड़े नेताओं से भी हुई हैं। उन्होंने कहा स्वामी रामदेव इस युग के एक ऐतिहासिक महापुरुष हैं। हजारों साल से कुछ आश्रमों में सीमित रहने वाले योग को उन्होंने घर-घर तक पहुंचाया। इसी कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयत्न से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित हुआ। शांता कुमार ने कहा कि पूर्व में महात्मा गांधी ने भी विदेशी माल की होली जलाई थी और स्वेदशी अपनाने का प्रण लिया था। आजादी के बाद कई सरकारें आई और गईं, पर गांधीजी का सपना साकार नहीं हुआ। विदेशी कंपनियों की लूट बढ़ती गई। अकेले रामदेव ने बिना सरकार की सहायता से गांधी जी के सपने को पूरा किया। इतना ही नहीं, पतंजलि उत्पाद विक्रय द्वारा देश के लाखों बेरोजगारों को रोजगार दिया। स्वामी रामदेव जैसे महापुरुष को कठघरे में खड़ा करना करोड़ों भारतीयों का अपमान है। उन्होंने आयुष मंत्री से आग्रह किया है कि स्वामी रामदेव के विरुद्ध सभी प्रकार के मामले अतिशीघ्र वापस लिए जाएं।