वन काटुओं के साथ सख्ती से निपटेंगे

कुल्लू-वन संपदा हमारे प्रदेश की अमूल्य परिसंपत्ति है और वनों का रक्षण हर हालत में  सुनिश्चित बनाया जाएगा। यह बात वन, परिवहन व युवा सेवाएं एवं  खेल मंत्री गोविंद  सिंह ठाकुर ने शुक्रवार को मनाली से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से वन मंडल नाहन तथा राजगढ़ के अधिकारियों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे वन परिक्षेत्रों में लगातार निगरानी बनाए रखें और वनों को नुकसान होने की किसी भी प्रकार की आशंका पर तुरंत कार्रवाई अमल में लाएं। मंत्री ने कहा कि कुछ परिक्षेत्रों में वन कटुओं की सक्रियता की शिकायतें आती हैं। ऐसे तत्त्वों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती एवं  संवेदनशील वन परिक्षेत्रों के रक्षकों को प्राथमिकता के आधार पर हथियार मुहैया करवाए जाएंगे। उन्होंने वन कटुओं को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि वन काटना अपराध है और इसे कतई  सहन नहीं किया जाएगा। वन विभाग इस दिशा में सदैव संजीदगी के  साथ काम करेगा। वन काटुओं से जंगलों को बचाने के लिए उन्होंने आम लोगों के भी वन मंत्री ने कहा कि सिरमौर जिला आगजनी की घटनाओं को लेकर काफी संवदेनशील है। आगजनी से हर साल वनों को करोड़ों का नुकसान हो जाता है। असंख्य वन्य प्राणी व जीव-जंतु आगजनी का शिकार हो जाते हैं। वनों में आगजनी की घटना  पाप है और पर्यावरण को भी इससे बड़ा नुकसान पहुंचता है। इसलिए फायर सीजन के दौरान ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अधिक  रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन किया जाना चाहिए। इसमें स्थानीय लोगों को शामिल करके उनकी सहभागिता सुनिश्चित बनाई जानी चाहिए। इसके अलावा अधिकारियों से कहा कि वन अग्नि बारे व्यापक जनजागरण अभियान चलाया जाए। वनों को लगाने से अधिक महत्त्वपूर्ण है इनकी रक्षा करना। इस दिशा में विभाग एक कारगर योजना तैयार करें। मंत्री ने कहा कि नाहन मंडल ने जिस प्रकार चैक पोस्ट पर वर्टिकल गार्डन स्थापित किए हैं, वह सराहनीय प्रयास है और इस मॉडल को प्रदेश भर में लागू किया जाना चाहिए। प्रदेश सरकार इस प्रकार की चैक पोस्टों के आधुनिकीकरण के लिए कृतसंकल्प है। इसके अतिरिक्त, नाहन वन मंडल के सीड बॉल मॉडल पर वन विभाग द्वारा गहन शोध कार्य करने की आवश्यकता है।