27 लोग इंस्टीच्यूशनल क्वारंटाइन

वायरस की चपेट में आए बीआरओ के मजदूरों के संपर्क में आए थे सभी

केलांग – जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति में कोरोना के मामले सामने आने के बाद जहां स्थानीय लोग दहशत में हैं, वहीं प्रशासन ने 27 लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन कर दिया है। लाहुल-स्पीति प्रशासन ने बीआरओ के ठेकेदार के चार मजदूरों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उनके संपर्क में आए सभी लोगों को क्वारंटाइन किया है। स्वास्थ्य विभाग ने उक्त सभी 27 लोगों के सैंपल जहां नेरचौक मेडिकल कालेज जांच के लिए भेजे हैं, वहीं रविवार शाम तक इनकी रिपोर्ट आने की उम्मीद है। लाहुल-स्पीति में चार कोरोना पॉजिटिव मरीजों के आने के बाद लोगों ने जहां प्रशासन की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वहीं लोगों का कहना है कि लाहुल-स्पीति प्रशासन को जिला की सीमा पर ही लोगों के सेहत की जांच बारीकी से करनी चाहिए थी। यहां बता दें कि कोरोना पॉजिटिव आए मजदूरों ने जहां 25 जून को केलांग बाजार में पहुंच कुछ सामान की खरीददारी की थी, वहीं अब केलांग को भी प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन घोषित किया है। उपायुक्त लाहुल-स्पीति केके सरोच का कहना है कि घाटी में बीआरओ के ठेकेदार के मजदूरों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद जहां इनके संपर्क में आए सभी लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन कर दिया है, वहीं जिला की सीमाओं पर भी चौकसी बढ़ा दी गई है। उल्लेखनीय है कि लाहुल-स्पीति में कोरोना के अब तक कुल चार मामले आए हैं। ये सभी मनाली-लेह मार्ग पर  बीआरओ के निजी ठेकेदार के पास पटसेउ में पुल के निर्माण में काम कर रहे थे। इसके कारण एहतियातन जिला मुख्यालय केलांग को बीते शुक्रवार से कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है।

ठेकेदार के खिलाफ दर्ज हो एफआईआर

टीएसी सदस्य शमशेर झेग, सिस्सू पंचायत प्रधान सुमन, गोशाल पंचायत के अजीत सिंह, प्रधान संघ के अध्यक्ष सत प्रकाश, जिला परिषद सदस्य शशि किरण, छिमेद, पूर्व बीडीसी सदस्य अनिल सहगल ने कहा कि जिस तरह बीआरओ के ठेकेदार ने जिला प्रशासन को सूचना दिए बगैर बाहरी राज्यों से घाटी में कामगार लाए हैं और बिना क्वारंटाइन पीरियड पूरा किए खरीदारी के लिए केलांग बाजार भेज दिया, उसे देखते हुए उनके खिलाफ  एफआईआर दर्ज होनी चाहिए।