अब 20 शहरों से आने वाले होंगे इंस्टीच्यूशनल क्वारंटाइन

प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना मामलों के बाद सरकार ने और पुख्ता किए प्रबंध, पहले 13 की ही थी लिस्ट

शिमला – राज्य में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों के मद्देनजर जयराम सरकार ने इंस्टीच्यूशनल क्वारंटाइन सेंटर्स के प्रबंधों को और पुख्ता किया है। इसके चलते अब कोरोना प्रभावित और शहरों को रेड ज़ोन में शामिल किया गया है। नए आदेशों के तहत अब देश के 20 बड़े शहरों या जिलों से आने वाले लोगों को हिमाचल में इंस्टीच्यूशनल क्वारंटाइन सेंटर में भेजा जाएगा। इसमें समूची दिल्ली भी शामिल है। इससे पहले कुल 13 शहरों को शामिल किया गया था। अब राज्य सरकार ने महाराष्ट्र के नासिक, रायगढ़, पालघर तथा गुजरात के सूरत, तमिलनाडू के चंगुलापट्टू, थीरूवल्लूर और मदुराई और तेलांगाना के रंगारेड्डी तथा हरियाणा के फरीदाबाद को भी शामिल कर लिया है। ताजा आदेशों के अनुसार अब इन शहरों से आने वाले लोगों को भी हिमाचल में पहले क्वारंटाइन सेंटर्स में रखा जाएगा। नई सूची में शामिल 20 शहरों की अधिसूचना स्वास्थ्य विभाग ने जारी कर जिलों को भेज दी है। इसके तहत गुजरात के सूरत और अहमदाबाद, बिहार के ओरंगाबाद तथा महाराष्ट्र के नासिक, रायगढ़, पालघर, ठाणे, पूणे और मुंबई को रेड ज़ोन में रखा गया है। इसके अलावा तमिलनाडू के चंगुलापट्टू, थिरूवलूर, मदुराई और चेन्नई को रेड ज़ोन में शामिल किया गया है। इसी तरह तेलंगाना के रंगारेड्डी व हैदराबाद इस सूची में डाले गए हैं। हरियाणा के गुरूग्राम, और फरीदाबाद दोनों शहर अब रेड ज़ोन की लिस्ट में शामिल किए गए हैं।

कोलकाता और दिल्ली अभी भी रेड ज़ोन में..

पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर को रेड ज़ोन में रखा गया है। कर्नाटक का बंगलूरू शहर भी इसी फेहरिस्त में शामिल है। खास है कि दिल्ली के सभी जिले पहले की तरह रेड ज़ोन की जद में रहेंगे। इन सभी शहरों से आने वाले लोगों को हिमाचल प्रदेश में पहले 14 दिन के लिए इंस्टीच्यूशनल क्वारंटाइन सेंटर में भेजा जाएगा। इसके बाद ही घर जाने की अनुमति होगी। हालांकि छोटे बच्चों और बुजुर्गों को जिला प्रशासन अपने स्तर पर संस्थागत क्वारंटाइन में भेजने से छूट दे सकता है। इसके अलावा गंभीर बीमारियों से पीडि़त मरीजों और महिलाओं को भी संस्थागत क्वारंटाइन के नियम से छूट मिल सकती है। गाइडलाइंस में कहा गया है कि यह निर्णय जिला प्रशासन के विवेक और मौके की परिस्थितियों पर निर्भर रहेगा।