अर्की पर थोप दिया राजधानी जैसा गृह कर; दस प्रतिशत से ज्यादा टैक्स का सवाल ही नहीं, वापस लो फैसला

By: Jul 1st, 2020 3:02 pm

अर्की के लोगों ने गृह कर बढ़ाने के विरोध में मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को एक प्रतिनिधिमंडल ने विकास मंच के अध्यक्ष राकेश भारद्वाज के साथ नगर पंचायत द्वारा लगाए गए टैक्स के विरोध में एसडीएम विकास शुक्ला को ज्ञापन सौंपा! इसमें कहा गया है कि अर्की नगर पंचायत ने जो गृह कर लोगों पर थोपा गया है, वह शिमला शहर की तर्ज पर लगाया गया है, जबकि अर्की व शिमला की किसी भी लिहाज से बराबरी नहीं की जा सकती। शिमला प्रदेश की राजधानी के साथ-साथ नगर निगम है, जबकि अर्की एक उपमंडल मुख्यालय होने के साथ-साथ नगर पंचायत है। लोगों का कहना था कि अर्की की जनता पर सौ से लेकर आठ सौ प्रतिशत तक टैक्स थोप दिया गया है, जबकि यह दस प्रतिशत से किसी भी प्रकार अधिक नहीं होना चाहिए। लोगों ने मांग की है कि गृह कर निर्धारण के लिए वार्ड सदस्य की अध्यक्षता में हर वार्ड की एक कमेटी बनाई जानी चाहिए और लोकेशन फैक्टर, ज़ोन सिस्टम, स्ट्रक्चरल फैक्टर, भवनों की निर्माण अवधि, आक्यूपेसी फैक्टर तथा यूज़ फैक्टर को ध्यान में रख कर गृह कर का निर्धारण किया जाए। लोगों ने यह भी मांग की है कि कोरोना काल में जिस तरह सरकार ने आम आदमी को कई जगह छूट दी है, उसी तरह गृह कर में पच्चीस से पचास प्रतिशत की छूट दी जाए।


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