भुंतर में निकासी नालियों पर सज रहीं दुकानें

कई दुकानदारों ने नालियों पर ही बना दिया है पक्का फर्श, लोगों ने कार्रवाई को बुलंद की आवाज

भुंतर – जिला कुल्लू के भुंतर की निकासी नालियों पर कारोबारियों ने दुकानें सजा दी हैं। नालियों पर दुकानदारों ने कब्जा जमा दिया है, जिसके कारण कई जगहों पर नालियों में कचरा और पानी रुक रहा है और इसे खोलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय नगर पंचायत ने इन कारोबारियों को नालियों पर दुकानदारी न करने की चेतावनी भी कई बार दी है, लेकिन इसके बाबजूद कारोबारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। स्थानीय शहरवासियों ने दुकानदारों की इन हरकतों पर नाराजगी जाहिर की है तो साथ ही शहर के सफाई अभियान को भी इससे झटका लग रहा है। कई स्थानों पर तो दुकानदारों ने नालियों पर सीमेंट लगाकर पक्का फर्श तक डाल रखा है। नालियों में जब भी कचरा फंसने या पानी रुकने की स्थिति में सफाई कर्मी जब भी नालियों को साफ करने के लिए आते हैं तो इनके ऊपर दुकानों का सामान सजा होने के कारण ठीक नहीं कर पाते हैं। लिहाजा, ये नालियां गंदगी उगलती है। स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार भुंतर मेन बाजार के अलावा शिवा चौक वाली गली, पारला भुंतर, शमशी और सैनिक चौक-गणेश चौक के इलाके में सबसे ज्यादा खराब स्थिति है। यहां पर दुकानदार कई बार चेतावनी मिलने के बाद भी मानने को तैयार नहीं हैं। दुकानदार अपनी दुकानों का सामान नालियों के ऊपर सजा रहे हैं तो कुछ कारोबारी दो कदम आगे बढ़कर अपनी दुकान को बढ़ाने के लिए नालियों पर पक्का फर्श बना कब्जा जमा बैठे हैं। शहर में कई ढाबा संचालक, थुक्पा-मोमो और चाय विक्रेता इन नालियों पर गंदे बरतन धो रहे हैं तो कचरा भी नालियों में फेंक रहे हैं, जो नालियों को जाम कर रहा है। जानकारी के अनुसार नगर पंचायत के अलावा अन्य एजेंसियों ने भी इस पर कई बार कार्रवाई की है। लोगों का कहना है कि बहुत जल्द मानसून का सीजन आने वाला है और ऐसे में इन नालियों में गंदगी के कारण मच्छर पनपते हैं और लोगों को बीमार करते हैं। लोगों ने मांग की है कि जिन भी दुकानदारों ने इन नालियों  पर दुकानें सजा रखी है। उन पर कार्रवाई की जाए। उधर, भुंतर के नगर पंचायत के प्रधान कर्ण सिंह ठाकुर का कहना है कि नालियों पर सामान सजाने वालों को कई बार चेतावनी दी गई है और एक बार फिर इन्हें सामान न लगाने को कहा जाएगा और इसके बाद भी नहीं मानें तो इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।