चालू वित्त वर्ष में विकास दर रिणात्मक 4.5 प्रतिशत रहेगी : फिक्की सर्वे

नई दिल्ली – उद्योग संगठन फिक्की ने चालू वित्त वर्ष में आर्थिक विकास दर रिणात्मक 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त करते हुये कहा है कि यदि स्थिति अधिक प्रतिकुल हुयी तो सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर रिणात्मक 6.4 प्रतिशत तक रह सकती और हालात यदि बेहतर हुयी तो जीडीपी 1.5 प्रतिशत बढ़ सकता है। फिक्की आर्थिक परिदृश्य सर्वेक्षण रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर रिणात्मक 14.2 प्रतिशत तक गिर सकती है। हालांकि इस संबंध में आधिकारिक आंकड़े अगस्त महीने के अंत तक जारी किये जायेंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि अर्थव्यवस्था में सुस्ती के पुख्ता संकेत मिल रहे है। कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए किये गये उपायों से अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुयी है। कोरोना वायरस महामारी से वैश्विक के साथ ही घरेलू विकास भी बाधित हुयी है। फिक्की ने कहा कि यह सर्वेक्षण जून 2002 में किया गया है जिसमें उद्योग, बैंकिंग और वित्तीय सेवा क्षेत्र प्रमुख अर्थशास्त्री शामिल थे। इसमें वर्ष 2020-21 में कृषि क्षेत्र की विकास दर 2.7 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है। इसमें कहा गया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के नियंत्रण में आने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में मांग में तेजी आ सकती है। पी एम किसान और मनरेगा के लिए आवंटन में बढोतरी से भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मदद मिल सकती है। सरकार द्वारा घोषित विभिन्न पैकेजों में भी कृषि क्षेत्र पर विशेष जोर दिया गया है जिसमें विपणन, इंफ्रास्ट्रक्चर, सप्लाई चेन, पशुधन बीमारी प्रबंधन और ग्रामीण जीवनयापन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि उद्योग और सेवा क्षेत्र के चालू वित्त वर्ष में क्रमश: 11.4 प्रतिशत और 2.8 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है।