कोरोना निगल गया कारोबार

कोविड संकट में सड़क पर आ गए सोलन शहर के व्यवसायी

शहर का एक नामी शोरूम बंद, कर्मचारियों की नौकरी संकट में

पौने तीन लाख रुपए प्रतिमाह था किराया, दूसरे शोरूम में शिफ्ट किया जा रहा स्टॉक

सोलन – कोरोना काल के चलते देशभर में हुए लॉकडाउन का छोटे कारोबारियों पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है। सोलन जिला मुख्यालय की बात करें, तो कारोबार में तो कमी दर्ज हुई ही है। साथ ही कई दुकानों के भी शटर बंद हुए हैं। दुकानों के बंद होने के कारण भी भिन्न-भिन्न बताए जा रहे हैं। यदि बात करें शहर की परीधि की तो यहां एक बड़ा शोरूम बंद हुआ है। बताया जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश में इस शोरूम की तीन ब्रांच चल रही थीं। सोलन के अलावा कांगड़ा एवं पालमपुर में एक-एक ब्रांच शामिल है। अब सोलन स्थित इस शोरूम को बंद किया जा रहा है, जबकि कांगड़ा एवं पालमपुर का शोरूम पहले की तरह सुचारू रहेगा। बताया जा रहा है कि शोरूम का किराया करीब पौने तीन लाख रुपए प्रतिमाह था और इसमें लॉकडाउन से पूर्व 25 कर्मचारी काम करते थे, लेकिन लॉकडाउन के बाद से मौजूदा समय तक 16 कर्मचारी कार्यरत हैं। शोरूम बंद होने के बाद से इन कर्मचारियों की नौकरी पर भी संकट पैदा हो गया है। हालांकि शोरूम की तरफ से इन्हें दूसरे शोरूम में ट्रांसफर किए जाने को कहा जा रहा है, लेकिन इनमें से अधिकतर कर्मचारी पालमपुर, कांगड़ा एवं अन्य स्थानों पर जाने के इच्छुक नहीं हैं। दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि लॉकडाउन के बाद शोरूम का किराया मालिक द्वारा घटाया भी गया। घटाकर प्रतिमाह दो लाख रुपए कर दिया गया। बावजूद इसके शोरूम मालिक ने इसे यहां से बंद करना ही मुनासिब समझा। शोरूम के एक विश्वसनीय सूत्र ने बताया कि इन दिनों स्टॉक की पैकिंग चल रही है और स्टॉक को दूसरे शोरूम में भेजा जा रहा है।

छोटी दुकानों पर ताले

लॉकडाउन के दौरान कई अन्य दुकानों पर भी ताले लटके हैं। इनमें से दो दुकाने शहर के माल रोड पर स्थित है। इनमें से एक फैशन डिजाइनर और कपड़े की दुकान है। बताया जा रहा है कि इन दुकानों का किराया 15 से 22 हजार रुपए के मध्य था। इसके अलावा एक चार की दुकान भी बंद हुई हैं। जिसका किराया प्रतिमाह 4500

रुपए था। शिक्षण संस्थानों पर डिपेंड सोलन शहर की आर्थिकी ग्रामीण  क्षेत्रों के अलावा शिक्षण संस्थानों पर काफी निर्भर करती है। इन दिनों  शिक्षण संस्थान के बंद होने की वजह से भी सोलन सदर बाजार में रौनक गायब है। इसके अलावा दुकानदारों को उम्मीद है कि प्राइवेट बसें जल्द से जल्द चलें तो भी कारोबार कुछ पटरी पर आ सकता है।

सामान समेट घर की राह पकड़ी

सोलन शहर के लक्कड़ बाजार में भी तीन दुकानों के शटर लॉकडाउन खुलने के बाद बंद हो गए। हालांकि शहर के अधिकतर दुकानदारों ने लॉकडाउन के दौरान किराए पर चल रही दुकानों के या तो किराया माफ किया या फिर उनका किराया कम कर दिया, ताकि दुकानदारों पर अधिक बोझ न पड़े, लेकिन जो दुकानें बंद हुई है, उनमें अधिकतर दुकानदार अपना सामान समेट कर घर लौट चुके हैं।

पटरी पर नहीं लौटा बिजनेस

अब पूरा बाजार खुल गया है और दुकानें खुलने की टाइमिंग भी सुबह आठ से शाम आठ बजे तक है। बावजूद इसके अभी भी बिजनेस पटरी पर नहीं लौटा है। इसके पीछे की वजह ये बताई जा रही है कि लोग या तो अपने गांव गए हुए हैं या फिर घर से बाजार आना पसंद नहीं कर रहे हैं।