कोरोना से बचाने में ज्यादा परत वाला कपड़े का मास्क ही कारगर, सेनेटाजर से बेहतर है साबुन से हाथ धोना

By: Jul 28th, 2020 12:08 am

नई दिल्ली-कोरोना संक्रमण से बचने के लिए कपड़े का मास्क पहनना बेहद जरूरी है, लेकिन यह तभी आपको सुरक्षा देगा, जब इसमें कई परतें होंगी। आस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन के आधार पर यह महत्त्वपूर्ण जानकारी दी है। शोध में कहा गया है कि घर में सिले जाने वाले फेस मास्क में कम से कम दो परतें जरूर होनी चाहिए। यह अध्ययन थोरैक्स जर्नल में प्रकाशित हुआ है। न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कपड़े के एक व दो परत वाले मास्क एवं तीन परत वाले सर्जिकल मास्क के असर पर अध्ययन किया।

इसमें उन्होंने पाया कि एक परत वाला मास्क लगाए व्यक्ति के मुंह से ज्यादा संख्या में ड्रॉपलेट (छोटी बूंद) हवा में फैल जाते हैं। इससे खतरा ज्यादा रहता है। दो परत वाला मास्क लगाने पर तुलनात्मक रूप से कम संख्या में नम बूंदें वातावरण में फैलती हैं, जिससे हवा में संक्रमण का खतरा घटता है। इसी तरह अगर दो से ज्यादा परतों वाला मास्क लगाया जाएगा, तो यह खतरा बेहद कम हो जाता है। यानी आपके मुंह से अगर कोरोना संक्रमित कण निकल रहे हैं, तो मास्क उन्हें बाहर फैलने से रोकेगा, जिससे दूसरा व्यक्ति संक्रमित नहीं होगा। ठीक इसी तरह आप अगर किसी संक्रमित व्यक्ति के नजदीक खड़े हैं तो आपका मास्क हवा में मौजूद संक्रमित कणों को नाक तक पहुंचने से रोकेगा।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, हैंड सेनेटाजर से बेहतर है साबुन से हाथ धोना

नई दिल्ली। हैंड सेनेटाइजर हाथों की हाइजीन बनाए रखने का एक कारगर तरीका है, लेकिन यदि आप इसका लगातार उपयोग कर रहे हैं और घर में रहने के दौरान भी हाथ धोने की जगह हाथ सेनेटाइज कर रहे हैं तो ऐसा करने के लिए भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से मना किया गया है।

इस बात में कोई शक नहीं है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हैंड सेनेटाइजर एक कारगर उपाय है। भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय, विश्व स्वास्थ्य संगठन और अमरीका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन की तरफ से लगातार यह सेनेटाइजर के उपयोग की सलाह दी जा रही है। अब भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों की सेहत को ध्यान में रखते हुए उनसे हैंड सेनेटाइजर का बहुत अधिक उपयोग न करने की अपील की है। भारत में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि घर में रहने के दौरान हैंड सेनेटाइजर का उपयोग करने की जगह लोग अपने हाथ साबुन से धुलें। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सिर्फ इतना कहा गया है कि सेनेटाइजर के बहुत अधिक उपयोग से सेहत को नुकसान हो सकता है।

यूं किया अध्ययन

शोधकर्ताओं ने एक, दो व तीन परत वाले मास्कों पर अध्ययन के लिए सिलाई के जरिए इन पर एलईडी लाइट व हाईस्पीड कैमरा लगाया। शोध में भाग लेने वाले स्वस्थ लोगों को ये मास्क लगाए गए। फिर उनके बोलने, खांसने और छींकने के दौरान मुंह से निकलने वाले हवा के कणों को फिल्माया गया। इससे मास्क से होकर बाहर निकले इन सूक्ष्म कणों की मात्रा पता की गई। वैज्ञानिकों ने पाया कि दो परत व उससे अधिक परत वाले मास्क पहनने पर कम कण हवा में पहुंच पाते हैं।

इन शर्तों पर ही मास्क से लाभ

शोध का निष्कर्ष है कि मास्क की संक्रमण रोकने की क्षमता उसमें परतों की संख्या, बनावट, कपड़े की गुणवत्ता और इस बात पर निर्भर करती है कि उसे हर बार धोकर पहना जाए।


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