लाहुल-स्पीति की कोरोना पर जीत

पॉजिटिव पाए गए बीआरओ के चारों मजदूरों की रिपोर्ट नेगेटिव, राहत मिली

केलांग- जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। जिला में एक्टिव चल रहे कोरोना के चार मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं। ऐसे में लाहुल-स्पीति जिला कोरोना मुक्त हो गया है। सीएमओ केलांग डा. पलजोर ने खबर की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि लाहुल-स्पीति में अब कोरोना का एक भी मामला नहीं है।  उन्होंने बताया कि कोरोना को मात देने में जहां सभी का योगदान अहम रहा है, वहीं घाटी में स्वास्थ्य विभाग की टीमें अभी भी अलर्ट पर रखी गईं हैं। विभाग ने बीते बुधवार को 25 अन्य लोगों के सैंपल भी नेरचौक मेडिकल कोलेज जांच के लिए भेजे हैं अभी उनकी रिपोर्ट आना भी बाकि है। उन्होंने बताया कि लाहुल के प्रवेश द्वारों पर जहां घाटी में प्रवेश करने वाले लोगों की सेहत की जांच की जा रही है, वहीं मेडिकल जांच के बाद ही लोगों को लाहुल-स्पीति में प्रवेश दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति में कोरोना के चार जून माह के अंतिम दौर में लगातार सामने आए थे। बीआरओ के चार मजदूरों के कोरोना पॉजिटिव आने से जहां घाटी में हड़कंप का माहौल पैदा हो गया था, वहीं सभी मजदूरों की ट्रैवल हिस्ट्री दिल्ली से संबध रखती थी। ऐसे में दो व्यक्तियों को प्रशासन ने जिला से बाहर उपचार के लिए भेजा था, वहीं दो को जिला मुख्यालय केलांग में ही उपाचार के लिए रखा था। इनमें से तीन मजदूरों की रिपोर्ट हाल ही में नेगेटिव आई थी, वहीं गुरुवार को चौथे व्यक्ति की रिपोर्ट भी नेगेटिव आने से लाहुल-स्पीति जिला एक बार फिर कोरोना मुक्त हो गया है। जनजातीय जिला के लोगों के लिए यह राहत भरी खबर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि लाहुल-स्पीति में कोरोना का खाता ही नहीं खुलना था, लेकिन बीआरओ के ठेकेदान ने प्रशासन को बीना सूचना दे जहां दिल्ली से मजदूरों को घाटी में पहुंचा दिया,जिस कारण लाहुल में कोरोना के मामले सामने आए। उधर, केलांग पंचायत के उपप्रधान दोरजे उपासक का कहना है कि कोरोना को घाटी में मात देने के लिए सभी लोगों ने अपना योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि आज लाहुल-स्पीति एक बार फिर कोरोना मुक्त हो गया है। ऐसे में प्रशासन ने जहां बेहतर काम किया है, वहीं ग्रामीणों ने भी प्रशासन का कदम-कदम पर साथ दिया है।