लेबर आफिस के बाहर प्रदर्शन

मानपुरा में इंटेक्स के कामगारों का श्रम निरीक्षक कार्यालय के बाहर फूटा गुस्सा; कहा, मांगें करो पूरी, हम धरना भी कर देंगे बंद

बीबीएन-औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ के तहत मानपुरा स्थित इंटेक्स टेक्नोलॉजीज के सैकड़ों कामगारों ने बुधवार को अपनी मांगों को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। हड़ताली कामगारों ने श्रम निरीक्षक कार्यालय के बाहर बुधवार से क्रमिक अनशन भी शुरू कर दिया है। कामगारों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती तब तक अनशन व धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। बता दें कि इंटेक्स टेक्नोलॉजीज कंपनी ने मानपुरा स्थित यूनिट के 100 से ज्यादा कामगारों को नौकरी से निकालते हुए यूनिट को अचानक बंद कर दिया है जिससे सैकड़ों कामगार सड़क पर आ गए है, हालात यह है कि बीते तीन महीनों से बिना वेतन के कामगारों की भूखे मरने की नौबत आ गई है। कामगारों की पहली मांग है कि कंपनी को दोबारा चलाया जाए और नौकरी से निक ाले गए कामगारों को बहाल किया जाए। इसके अलावा अगर कंपनी ने कामगारों का हिसाब किताब ही करना है तो उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए। हड़ताली कामगारों त्रिलोचन सिंह, राज कुमार, सुरेश, सतपाल, पवन , तरुण, अरुण , भारती, श्वेता, पूनम सहित अन्य ने बताया कि जैसे ही उद्योगों को चलाने की अनुमति सरकार ने दी तो अचानक उद्योग प्रबंधन  द्वारा कंपनी परिसर की तालाबंदी कर दी और कोई भी कामगार यूनिट में नही जा पाया। आलम यह रहा कि कामगारों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया जिसके विरोध में बीते 30 दिनों से तमाम कामगार हड़ताल पर है लेकिन कंपनी प्रबंधन उनकी कोई सुध नही ले रहा। कंपनी दवारा कामगारों पर दबाब की रणनीति अपनाकर शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कंपनी दवारा जानबुझकर हिमाचली कामगारों को प्रताडि़त किया जा रहा है।  इस भूख हड़ताल के पीछे का कारण बतातें हुए उन्होंने बताया कि  कामगारों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखाना और सैलरी की अदायगी न करना है।कामगारों का कहना है कि उन्हें पिछले तीन माह से वेतन भी नहीं दिया गया है। कामगारों का कहना है कि उन्होंने श्रम विभाग  ,उद्योग मंत्री ,मुख्यमंत्री को भी कंपनी की कारगुजारियों की शिकायत भेजी है लेकिन अभी तक उनकी कोई सुनवाई नही हुई । उधर, कंपनी के मानपुरा स्थित यूनिट के प्रतिनिधि अशोक ने बताया कि कंपनी प्रबंधन नियमानुसार कामगारों को मुआवजा देने को तैयार है लेकिन कामगारों की मांगे जायज नहीं है।