न अपनी, न ही दूसरों की जान की परवाह

कोरोना के कारण सील उद्योेग में प्रबंधन ने उत्पादन शुरू करवाने को झोंक दी पूरी ताकत

गगरेट-जान का दुश्मन बन बैठे कोरोना वायरस से बचाव के तरीके ढूंढने में जहां पूरी दुनिया जुटी हुई है, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें जिंदगी से ज्यादा प्यारा अपना नफा-नुकसान लग रहा है। यहीं वजह होगी कि उन्हें अपनी तो खैर नहीं बल्कि दूसरे की जिंदगी की भी परवाह नहीं है। ऐसा ही एक वाकया उपमंडल गगरेट में देखने को मिला है। यहां एक उद्योग में कार्यरत कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद बेशक स्वास्थ्य विभाग ने उद्योग को सात दिन तक सील कर यहां कार्यरत कर्मचारियों को होम क्वारंटाइन की सलाह दे डाली लेकिन उद्योग प्रबंधन ने उद्योग में उत्पादन शुरू करवाने के लिए सारी ताकत लगा दी। हालांकि जिला प्रशासन ने भी लोगों की जिंदगी को अहमियत देते हुए उद्योग प्रबंधन की एक नहीं सुनी और उद्योग प्रबंधन को प्रशासनिक अधिकारियों की हिदायत का पालन करने को ही आगाह किया। मध्य प्रदेश के ग्वालियर से ट्रेन के माध्यम से उपमंडल गगरेट पहुंच गए एक व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद प्रशासन ने एहतियात के तौर पर उस उद्योग को भी सील कर दिया जिसमें उक्त व्यक्ति कार्यरत था। इस उद्योग में सौ से डेढ़ सौ लोग कार्यरत हैं। स्वास्थ्य विभाग ने जब उद्योग में जाकर पड़ताल की तो पता चला कि कोरोना पाजिटिव आया व्यक्ति उद्योग में हर जगह घूमा है जबकि अन्य कर्मियों के साथ बैठकर ही वह खाना खाता रहा और एक ही टायलट का प्रयोग ये लोग करते रहे। इसके चलते प्रशासन ने उद्योग में रात्रि शिफ्ट में आने वाले पंद्रह कर्मियों को उद्योग में ही क्वारंटाइन कर दिया जबकि अन्य कामगारों को होम क्वारंटाइन की सलाह दी गई ताकि एहतियात के तौर पर इनके भी सैंपल लिए जा सकें। जिंदगी की जगह मुनाफे को किस तरह तरजीह दी जाती है इसकी बानगी देखिए कि उद्योग प्रबंधन को इस बात से ही एतराज हो गया कि उद्योग को सील किया जा रहा है। बस फिर क्या था उद्योग प्रबंधन ने उद्योग में उत्पादन शुरू करवाने की हर तिकड़म भिड़ा दी, लेकिन सवाल कई लोगों की जिंदगी से जुड़ा था इसलिए प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सभी कामगारों की कोरोना रिपोर्ट आने तक उद्योग प्रबंधन को उद्योग बंद ही रखने की हिदायत दी। एसडीएम विनय मोदी ने बताया कि मामला कई लोगों की जिंदगी से जुड़ा है इसलिए कोई रिस्क नहीं लिया जा सकता। फिलहाल कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट आने तक उक्त उद्योग बंद ही रहेगा।