पर्यटकों के लिए बॉर्डर खोलने से कांग्रेस खफा

शिमला – कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को राजधानी में सचिवालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस प्रदेश में पर्यटकों के लिए सीमाएं खोलने के विरोध में है। शहरी कांग्रेस ने यहां सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया, जिसमें प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर भी मौजूद रहे। यहां विपक्ष ने जमकर नारेबाजी की और करीब एक घंटे तक ट्रैफिक जाम रखा। सचिवालय को जाने वाले मुख्य रास्ते को पुलिस के त्वरित कार्रवाई बल ने बंद कर दिया और किसी को भी उस सीमा से आगे नहीं आने दिया गया। यहां कांग्रेस ने प्रदर्शन के दौरान आरोप लगाया कि बाहर से जो पर्यटक आएंगे, वे कोरोना लेकर आएंगे। उनका कहना था कि सरकार ने पर्यटकों को खुली छूट दे दी है, लेकिन हिमाचल के लोग सरकार के इस फैसले से खतरे में हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए और सरकार को अपने फैसले को वापस लेना चाहिए। कांग्रेस के अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने यहां सरकार पर आरोप लगाया कि वह प्रदेश के लोगों को खतरे में डाल रही है, जिसे कभी सहन नहीं किया जाएगा। यहां जितेंद्र चौधरी, यशवंत छाजटा समेत कई नेता मौजूद थे। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की, जिसके बाद एक ज्ञापन मुख्यमंत्री कार्यालय को दिया गया। यहां टैक्सी ऑपरेटरों का भी कांग्रेस को सहयोग मिला, जिनका कहना था कि भले ही उनका रोजगार अभी नहीं खुलता है, मगर सरकार को पर्यटकों को लाने का फैसला नहीं लेना चाहिए। बाहर से आने वाले लोगों में संक्रमण हो सकता है, जिससे यहां के लोगों को खतरा बढ़ेगा। उन्होंने इस मामले में कांग्रेस का खुलकर समर्थन करने की बात कही। कांग्रेस ने सोमवार को जमकर नारेबाजी करते हुए सरकार के खिलाफ गुबार निकाला। हालांकि उन्हें सचिवालय के अंदर नहीं जाने दिया गया।

सब भूल गए सोशल डिस्टेंसिंग

कांग्रेस के इस प्रदर्शन के दौरान सचिवालय के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रखा गया, जिसे लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा होता है। हालांकि कांगे्रस के नेता, कार्यकर्ताओं को दूर-दूर रहने को कहते रहे, लेकिन यहां मानने वाला कोई नहीं था। इस पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी सवाल उठाया, जिन्होंने बाद में पत्रकारों से कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग खुद कांग्रेस नहीं कर रही है और यहां हिमाचल में सीमाएं खोलने से खतरे की बात कह रही है।