पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलवे टै्रक पर जल्द दौड़ेगा नया इंजन

By: Jul 12th, 2020 12:21 am

यात्रियों के सफर को आरामदायक बनाने के लिए रेलवे विभाग ने दी सौगात, इंजन के दोनों तरफ लोको पायलट के लिए कैबिन 

रानीताल-जीडीएम-3 श्रेणी का नया शक्तिशाली डीजल इंजन पठानकोट और जोगिंद्रनगर रेलवे स्टेशनों के बीच रेल यात्रा को आसान एवं आरामदायक बनाने के लिए जल्द चलेगा। उत्तर रेलवे के फिरोजपुर मंडल में स्थित कांगड़ा घाटी नैरो गेज  रेलवे जो पंजाब के पठानकोट से हिमाचल प्रदेश के जोगिंद्रनगर के बीच चलती है। यह रेलखंड 164 किलोमीटर लंबी है, जो उपहिमालय क्षेत्र के सुरम्य एवं मनमोहक वादियों के बीच से गुजरती है। यह रेलखंड 1929 में चालू हुई थी। इस रेलखंड पर नूरपुर रोड, जवांवाला शहर, ज्वालामुखी रोड, नगरोटा, चामुंडा मार्ग, पालमपुर, बैजनाथ व जोगिंद्रनगर आदि मुख्य रेलवे स्टेशन है, जहां अनेक पर्यटन व ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल स्थित है। फिरोजपुर मंडल कांगड़ा घाटी रेलवे को पर्यटन की दृष्टि से विकसित कर कर रही है। इस रेल खंड के बीच सात  ट्रेनें चलती हैं, जिसमें एक एक्सप्रेस ट्रेन शामिल है, जो पठानकोट से बैजनाथ-पपरोला के बीच चलाई जाती है। वर्तमान में ट्रेन सेवा कोविड-19 के कारण स्थगित है। कांगड़ा स्टेशन को आर्ट्स एवं गैलरी के द्वारा हेरिटेज स्टेशन के रूप में विकसित किया गया है। इस रेलखंड के सभी स्टेशनों पर फ्री वाई-फाई सेवा उपलब्ध करवाई गई है।  मंडल रेल प्रबंधक राजेश अग्रवाल ने बताया कि परेल वर्कशॉप मुंबई से लॉकडाउन के दौरान निर्मिर्त जीडीएम-3 श्रेणी का तीसरा नया शक्तिशाली डीजल इंजन फिरोजपुर मंडल के पठानकोट और जोगिंद्रनगर रेलवे स्टेशनों के बीच यात्रा को आसान और आरामदायक बनाने के लिए रवाना हो चुका है। पूर्व में प्राप्त दोनों इंजनों का ट्रायल चल ही रहा था कि कोविड-19 के कारण परिक्षण कार्य स्थगित हो गया। इन सभी को नई तकनीक का उपयोग करके बनाया गया है। इसके दोनों तरफ लोको पायलट्स के लिए कैबिन है, जिससे शंटिंग करने में समय की बचत होगी । दृश्यता में सुधार होने के फलस्वरूप सुरक्षा में वृद्धि होगी । इसमें कुमिंस इंजन का उपयोग किया गया है, जो अधिक विश्वसनीय एवं ईंधन के मामले में किफायती होगी। इंजन एवं ट्रांसमिशन के डिजिटल होने के कारण नियंत्रण प्रणाली बेहतर होगी।


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