पौष्टिकता से भरपूर  गुच्छी मशरूम

By: Jul 11th, 2020 12:17 am

गुच्छी मशरूम भारत में हिमालयन पहाडि़यों पर पाए जाते हैं। ये बड़े-बड़े गड्ढों के साथ पीले रंग के होते हैं। अपने स्वाद के अलावा गुच्छी की खेती में आने वाली चुनौतियों के कारण ये बहुत मंहगी होती है। दरअसल इस मशरूम की खेती व्यावसायिक रूप से नहीं की जा सकती है और निम्न तापमान क्षेत्रों और पहाड़ों जैसे कि हिमाचल प्रदेश, उत्तरांचल और जम्मू और कश्मीर में तलहटी में विकसित होती है। इसके बाद ग्रामीणों को इन मशरूम को इकट्ठा करने, उन्हें सुखाने और उन्हें बाजार में लाने में महीनों लग जाते हैं। ये मशरूम आमतौर पर लकड़ी, पत्तियों या मिट्टी के उथले जगहों पर गुच्छों में उगते हैं। साथ ही एक बार तोड़ने के बाद अगले सीजन में वो उसी जगह फिर से उग जाया करते हैं। इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं।

गुच्छी मशरूम के औषधीय गुण

आयुर्वेद में मशरूम को स्वास्थ्य लाभ से परिपूर्ण माना गया है। ये पोटाशियम, विटामिन और आयरन में समृद्ध है। यह शरीर को कई बीमारियों से बचा सकता है। यह एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर है, जो हृदय रोग और मधुमेह सहित स्वास्थ्य के कई जोखिमों को रोकता है। वहीं इसे कई तरह की जड़ी-बूटियों को बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है।

कैसे खाएं गुच्छी मशरूम- आप तनाव को कम करने के लिए रात में सोने से पहले एक गिलास दूध के साथ एक गुच्छी मशरूम खा सकते हैं। इससे आपको बेहतर नींद आएगी और आप कम स्ट्रेस महसूस करेंगे।

गुच्छी मशरूम के फायदे- गुच्छी मशरूम कम कैलोरी वाले होते हैं।  वजन कम करने वाले लोग भी इसे खा सकते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट, आवश्यक खनिजों और विटामिनों से भरपूर होती है।


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