प्रदेश में शर्ताें के साथ पर्यटकों की एंट्री, करवाना होगा कोरोना टेस्ट, 72 घंटे पहले की होनी चाहिए नेगेटिव रिपोर्ट

By: Jul 9th, 2020 12:06 am

शिमला – मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में पर्यटकों के लिए कड़ी शर्तों के आधार पर एंट्री होगी। आईसीएमआर से मान्यता प्राप्त लैब से कोविड टेस्ट करवाना और कम से कम पांच दिन की बुकिंग कन्फर्म होने पर ही पर्यटक आ सकेंगे। इसके लिए कड़ी शर्त लगाई गई है कि राज्य में आने के लिए 72 घंटे पहले कोविड की रिपोर्ट नेगेटिव होना जरूरी है। बुधवार को पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते सीएम ने कहा कि पर्यटन राज्यों जैसे उत्तराखंड, राजस्थान, गोवा, केरल आदि की तर्ज पर राज्य सरकार ने राज्य को पर्यटकों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया के सख्त पालन के साथ खोलने का निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में केवल उन्हीं पर्यटकों को आने दिया जाएगा, जिनकी कम से कम पांच दिनों के लिए वैध बुकिंग होगी तथा जिन्हें भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी प्रयोगशाला में राज्य में प्रवेश करने के 72 घंटों के भीतर जांच करवाई हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वदेश दर्शन योजना के तहत जिला सोलन के क्यारीघाट में 25 करोड़ की लागत से सम्मेलन केंद्र स्थापित किया जा रहा है और कि इस वर्ष दिसंबर माह के अंत तक इसका कार्य पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिमला में हेलीपोट के निर्माण का कार्य प्रगति पर है और सितंबर तक यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। कांगड़ा में विलेज हट, मनाली में कृत्रिम क्लाइम्बिंग वॉल और चंबा के भलेई माता मंदिर में कला और शिल्प केंद्र का कार्य प्रगति पर है। सीएम ने अधिकारियों को जिला कांगड़ा के बीड़ में पैराग्लाइडिंग केंद्र का निर्माण कार्य निर्धारित समय में पूरा करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन की दृष्टि से अपार संभावनाएं है। उन्होंने कहा कि मण्डी और कुल्लू जिलों में ब्यास नदी के तटों पर आरती के लिए घाटों के निर्माण के अतिरिक्त मंडी में शिवधाम की स्थापना की जा रही है। सुन्नी-तत्तापानी क्षेत्र को मुख्य पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिए जलक्रीड़ा केंद्र का निर्माण किया जाएगा।

मार्च में शिमला में लाइट एंड साउंड

सीएम ने कहा कि अगले वर्ष मार्च माह तक शिमला में लाइट एंड साउंड कार्यक्रम आरंभ कर दिया जाएगा, जो पर्यटकों के लिए अतिरिक्त आकर्षण होगा। स्वदेश दर्शन योजना के तहत सम्पूर्ण हिमालय सर्किट में साईंनेजिज, गैंट्रीज, सीसीटीवी और वाई-फाई प्रणाली उपलब्ध करवाई जाएगी।

नई राहें-नई मंजिलें

सीएम ने कहा कि सरकार ने राज्य के अनछुए पर्यटनों स्थलों को विकसित करने के उद्देश्य से नई राहें-नई मंजिलें परियोजना शुरू की है। परियोजना के तहत 50 करोड़ के आबंटित बजट में से  अब तक 18.65 करोड़ रुपए व्यय किए जा चुके हैं। योजना के अंतर्गत शिमला के चांशल क्षेत्र को स्की गंतव्य के रूप में विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि जिला कांगड़ा के बीड़-बिलिंग को पैराग्लाइडिंग और जिला मंडी के जंजैहली को ईको टूरिज्म गंतव्य के रूप में विकसित किया जा रहा है। पौंग को जलक्रीड़ा गंतव्य के रूप में विकसित किया जा रहा है।


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