राजस्थान में सियासी संकट, एसओजी के नोटिस से नाराज पायलट सिंधिया की राह पर

By: Jul 13th, 2020 12:08 am

एसओजी के नोटिस से नाराज पायलट सिंधिया की राह पर, बैठक में नहीं आएंगे

जयपुर – राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर संकट के बादल छा गए हैं। विधायकों की खरीद-फरोख्त की जांच कर रही एसओजी के नोटिस के बाद राजस्थान की सियासत में हलचल मच गई है। नोटिस से नाराज डिप्टी सीएम सचिन पायलट अब ज्योतिरादित्या  सिंधिया की तर्ज पर बगावत पर उतर आए हैं और उन्होंने अपने समर्थक विधायकों के साथ दिल्ली और हरियाणा के तावड़ू स्थित एक होटल में डेरा जमा लिया है। पायलट ने रविवार देर शाम सिंधिया के साथ बैठक की है और उनके भाजपा में शामिल होने की   अटकलें हैं। पायलट ने खुद कहा कि राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में है। उन्होंने अपने साथ कांग्रेस के 30 से ज्यादा विधायकों और कुछ निर्दलीयों के साथ होने का दावा भी किया है। सरकार पर आए संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार सुबह साढ़े दस बजे विधायक दल की बैठक बुलाई है। सभी विधायकों को जयपुर पहुंचने को कहा गया है। पायलट के नाराज होने की वजह विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप का नोटिस बताया जा रहा है। नोटिस के बाद पायलट समर्थक विधायक नाराज हैं। उनका कहना है कि सरकार ने सभी हदें पार कर दी हैं और अब अशोक गहलोत के साथ काम करना असंभव है। हालांकि, सीएम ने कहा है कि यह सामान्य प्रक्रिया है और एसओजी ने मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम समेत अन्य मंत्रियों को भी नोटिस भेजा है। उधर, पायलट ने विधायक दल की बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है। इसी बीच, दिल्ली गए कांग्रेसी विधायकों दानिश अबरार और रोहित बोहरा ने रविवार को जयपुर लौटकर कहा कि वे निजी कारणों से दिल्ली गए थे। अगर मीडिया कहता है कि हम इस वजह से वहां गए या उस वजह से वहां गए, तो यह हमारी समस्या नहीं है। हम किसी भी विवाद का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं। हम कांग्रेस के सिपाही हैं और आखिरी सांस तक कांग्रेस के साथ रहेंगे। उधर, इस मामले में कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कूदते हुए ट्वीट किया कि पुराने साथी पायलट को देखकर दुखी हूं, जिन पर गहलोत सरकार ने केस किया। कांग्रेस में काबिलियत की कद्र नहीं। इधर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता    कपिल सिब्बल ने राजस्थान के हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि क्या कांग्रेस तभी जागेगी, जब उसके अस्तबल से घोड़े चले जाएंगे।

गहलोत सरकार बचाने जाएंगे सुरजेवाला-माकन

नई दिल्ली। राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार को बचाने के दिल्ली से कांग्रेस दो नेताओं को भेज रही है। डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बागी तेवरों ने कांग्रेस हाइकमान का सिरदर्द बढ़ा दिया है। पार्टी नेतृत्व ने अजय माकन और रणदीप सुरजेवाला को जयपुर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने आवास पर सोमवार सुबह साढ़े दस बजे एक मीटिंग बुलाई है।

राजस्थान विधानसभा

कुल सीटें-200

पार्टी       विधायक

कांग्रेस     107

भाजपा     72

निर्दलीय   13

आरएलपी             3

बीटीपी     2

लेफ्ट       2

आरएलडी  1

राजस्थान में कांग्रेस के पास 107 विधायकों का समर्थन है। इसके अलावा सरकार को 13 निर्दलीय और एक राष्ट्रीय लोकदल के विधायक का भी समर्थन है।


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