शोरूम तो खुले, नहीं चल रहा बिजनेस

छोटे कारोबारियों पर पड़ी कोराना की मार, ग्राहकों के न आने से पड़ रहा घाटा

कुल्लू – कोरोना काल के चलते  सबसे अधिक मार इन दिनों होटल कारोबारियों सहित शोरूम वालों पर भी पड़ी है। जिस कारण से बहुत से कारोबारियों को आर्थिक मंदी का सामना करना पड़ रहा है। शोरूम खुल जाने के बाद भी व्यापारियों का कारोबार गति नहीं पकड़़ पा रहा है। बहुत से कारोबारियों की हालत इतनी दयनीय हो चुकी है कि अब वह अपने मुख्य कारोबार को छोड़ सब्जी सहित अन्य छोटे-मोटे कारोबार करने पर मजबूर हैं। ताकि परिवार का पालन-पोषण अच्छे कर सकें। जिला कुल्लू की अगर बात करें तो यहां बहुत से बड़ी कंपनियों के शोरूम हैं। जहां पर ग्राहकों का इंतजार करते ही कारोबारी रह जाते हैं। ग्राहकों के न आने से कारोबार पूरी तरह से ठप पड़ा है।  यही नहीं जो छोटे-छोटे कारोबार कपड़ों का भी करते हैं। उन्हें भी ग्राहकों की कमी खल रही है। जैसा पहले लोग खरीदारी करने के लिए रोजाना ही बाजारों का रुख करते थे। वहीं, अब स्थानीय लोग भी जरूरत का ही सामान लेने के लिए बाजारों की और आते है। जिससे कारोबार पर काफी असर पड़ा है। देखा जाए तो जिन लोगों ने ऋण लेकर कारोबार शुरू किया था। उनकी हालत भी इस समय दयनीय हो चुकी है। लाखों का कारोबार करने वाले कोरोबारी हजारों का भी कारोबार बड़ी मुश्किल कर पा रहे हैं। करोड़ों का नुकसान बहुत से बड़े कारोबारियों को झेलना पड़ा है। यही नहीं कुल्लू-मनाली में बहुत से ऐसे होटल इस सीजन के लिए तैयार हुए थे, जिन्होंने बैंक से करीब तीन से लेकर पांच करोड़ या फिर इससे भी अधिक का बैंक ऋण लेकर होटल तैयार किए थे। उनकी भी हालत अब नाजुक हो चुकी है। बैंक का ऋण देने के साथ साथ कारोबार भी ठप होने के चलते होटल कारोबारी भी अब हताश हो चुका है। नाम न छापने की शर्त पर कुछ कारोबारियों ने  बताया कि बहुत से लोग मानसिक रूप से भी तनाव झेल रहे हैं। क्योंकि कारोबार की गति रुक जाने के चलते काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा रहा है। ऋण देने के लिए भी काफी दिक्कतें पेश आ रही हैं। बहुत से कारोबारियों ने ऋण लेकर अपना कारोबार खड़ा किया था। उसके न चलने के चलते अब स्थिति काफी खराब होती जा रही है। सरकार को कारोबारियों के लिए भी कुछ सोचने के लिए जरूरत है। अब मार्केट में पहले जैसे लोग भी खरीदारी हो करने के लिए नहीं आते है। शोरूमों की हालत तो इतनी नाजुक है कि ग्राहक का इंतजार ही करते रह जाते हैं। वहीं, कुछ बड़ी कंपनियों की अगर बात तो उनके कारोबार भी तेजी भले न हो। लेकिन फिर भी काम कहीं न कहीं चल रहा है। कुछ कंपनियों का काम इसलिए भी चल रहा है जो लोग वाहनों में ही परिवार के साथ खरीदारी करने के लिए जाते है। वह सोशल डिस्टेंसिंग के चलते शोरूम में खरीदारी करने के लिए पहुंचता है। बाकी बाजारों में अब खरीदारी को लेकर पहले जैसे बात अब देखने को नहीं मिलती है। ऑनलाइन सामान भी अब घरों तक पहुंचने लगा है। ऐसे में जिला कुल्लू में ऑनलाइन सामान भी सस्ते पर मिलने के चलते भी बाजारों का रुख कम हो गया है।