सुंदरनगर बस अड्डा मार्ग बंद, कारोबार चौपट

दुकानदारों को दो वक्त की रोजी-रोटी जुटाने के पड़े लाले, प्रशासन के झूठे आश्वासनों से ठगा सा कर रहे महसूस

सुंदरनगर-नगर परिषद सुंदरनगर के तहत आने वाले अंबेडकर नगर वार्ड में नया बस अड्डा के साथ स्थापित मार्केट के दुकानदारों को दो वक्त की रोजी रोटी जुटाने के लाले पड़े हुए हैं। इस वैश्विक कोरोना महामारी के संक्रमण के चलते जब से अनलॉक का ऐलान हुआ है और हिमाचल सरकार ने बसों को चलाने की हामी भरी है। इसी कड़ी के तहत बस अड्डा सुंदरनगर प्रबंधन ने भी चौकसी बरतते हुए एक ही बस अड्डे के गेट से बसों की प्रवेश को लेकर प्रक्रिया शुरू की है। बाकी अन्य जो मार्ग बस अड्डे तक पहुंचने के लिए बनाए गए हैं। उक्त मार्गों को बस अड्डा प्रबंधन ने बंद कर दिया है, जिसके चलते इस मार्केट के कारोबारियों का जो संपर्क जनता के माध्यम से बस अड्डे से होकर बना  करता था, वह मार्ग बंद करने से उक्त दुकानदारों का धंधा पूरी तरह से चौपट हो गया है। दुकानदारों में सुरेश, बलराज, खीमराज, बालकराम, चमन, सुरेंद्र सेन, आदित्य, देवेंद्र सेन, मोहन, रवि, लज्जा, संतोष, पाल सैणी, संजना, हरीश, शशि, विकास, युसूफ खान, साहिल सहित अन्य का कहना है कि अगर जल्द ही बस अड्डे का बंद किए गया यह मार्ग नहीं खोला गया, तो यहां पर खरीददारी न होने से उन्हें अपने और अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए दो वक्त की रोजी-रोटी तक जुटाने के लाले पड़ सकते हैं। समस्या के संदर्भ में उन्होंने प्रशासन से भी इस मार्ग को बहाल करने की मांग की है। कारोबारियों का कहना है कि जहां सरकार ने काम धंधा करने के लिए नियमों के तहत छूट दे रखी है, वहीं इस बस अड्डे के इस मार्ग को भी इस मार्केट के आने-जाने वालों के लिए तत्काल प्रभाव से बहाल कर दें। अन्यथा इस मार्केट में कारोबार करने वालों दुकानदारों को जो घाटा उठाना पड़ रहा है। उसकी भरपाई सरकार करें और प्रशासन दो वक्त की रोटी-रोटी का जुगाड़ करने के लिए व्यवस्था करे। अन्यथा इस मार्केट के दुकानदार के साथ अगर कोई भी अनहोनी घटना भविष्य में घटित होती है, तो उसके लिए प्रशासन और शासन सीधे तौर पर जिम्मेदार होगा।