तिब्बतियों ने फूंका चीनी राष्ट्रपति का पुतला

मनाली में निकली रोष रैली; गलवान के शहीदों को दी श्रद्धांजलि, चीन के सामान के बहिष्कार की ली शपथ

मनाली-लद्दाख सीमा पर चीनी सेना द्वारा की गई घटिया हरकत से तिब्बती भी उग्र हो गए है। तिब्बेतन यूथ कांग्रेस एवं तिब्बेतन वूमन एसोसिएशन ने शुक्रवार को मनाली में रोष रैली निकाली और चीन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया और चीन के राष्ट्रपति का पुतला जलाया। तिब्बेतन यूथ कांग्रेस एवं तिब्बेतन वूमेन एसोसिएशन के द्वारा चाइनीज सामान का बहिष्कार करने की भी बात की गई और चाइनीज सामान को तोड़ कर अपना रोष प्रकट किया। इस दौरान तिब्बेतन यूथ कांग्रेस एवं तिब्बेतन वूमन एसोसिएशन के द्वारा गलवान घाटी में शहिद हुए भारतीय वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई तथा दो मिनट का मौन भी रखा गया। तिब्बतन वूमन एसोसिएशन की अध्य्क्ष समतेन डोलमा सदस्य कुंचौक लहमो ने कहा कि चीन द्वारा की गई क्रूरता के खिलाफ जागरूकता लाने के लिए चीन में निर्मित सामान का बहिष्कार हेतु वैश्विक आंदोलन शुरू किया है। चीन ने दुनिया को कोरोना बीमारी देकर मानवता को खतरे में डाल दिया है। इन सभी मुद्दों के चलते हमने चीन का सामान नहीं खरीदने व बेचने की शपथ ली है।  उन्होंने बताया कि तिब्बेतन यूथ कांग्रेस एवं तिब्बेतन वूमन एसोसिएशन द्वारा मनाली में चीन के खिलाफ रोष रैली निकाली गई और चीन के सामान का बहिष्कार भी किया गया। तिब्बेतन यूथ कांग्रेस के अध्य्क्ष तेंजिन खेंजे और सदस्य  सोनम गाम्फू  ने कहा कि उन्होंने शपथ ली है कि वह अब चाइनीज सामान का न प्रयोग करेंगे और न ही बेचेंगे। उन्होंने कहा कि दुनिया ने यह जान लिया है कि चीन पर विश्वास नहीं किया जा सकता। चीन की लापरवाही की वजह से दुनिया कोरोना महामारी का सामना कर रही है। उन्होंने कहा कि तिब्बत की आजादी भारत की भी सुरक्षा है। इन नेताओं ने कहा कि अब उन्हें तिब्बत के आजाद होने की उमीद जगी है।