वीरभद्र ने लंच पर बुलाए कौल सिंह, बाली, सुक्खू

जन्मदिन पर नहीं दे सके थे पार्टी, कल होलीलॉज में होगी संतुलन बनाने की कोशिश

शिमला – पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अपने घर होलीलॉज में लंच पर कौल सिंह, जीएस बाली, आशा कुमारी, सुखविंदर सुक्खू सरीखे नेताओं को न्यौता दिया है।  पहले शनिवार को डिनर देने की योजना थी, जिसमें कुछ नेता ही पहुंचने थे, मगर अब रविवार को लंच दिया जा रहा है, जिसमें तमाम नेताओं को बुलाया है, ताकि संतुलन बनाया जा सके। सूत्रों के अनुसार वीरभद्र सिंह के घर पर होने वाली इस डिप्लोमेसी की खबर हाइकमान तक भी पहुंच गई थी, जिसके बाद कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल भी सक्रिय हुईं और नतीजा निकला कि अब लंच का आयोजन अपने बर्थ डे पार्टी के  बहाने वीरभद्र सिंह कर रहे हैं। उनके इस आयोजन से राजनीतिक पारा चढ़ गया है। बारह जुलाई को होलीलॉज में रखे गए लंच के अलग-अलग सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। लंच के जरिए वीरभद्र गुट के शक्ति प्रदर्शन की भी तैयारी है। हालांकि संतुलन साधने के लिए कौल सिंह, जीएस बाली, आशा कुमारी, सुखविंदर सुक्खू व राम लाल ठाकुर सरीखे नेताओं को वीरभद्र सिंह के विधायक बेटे विक्रमादित्य सिंह ने फोन पर इसकी सूचना दी है। लंच के जरिए रिश्तों पर जमी बर्फ पिघलती है या फिर और सख्त होती है, यह देखने लायक होगा। कहने के लिए तो बैठक पार्टी की एकजुटता व भाजपा सरकार को घेरने की रणनीति बनाने को बुलाई गई है, लेकिन अंदरखाते इसमें वीरभद्र गुट सियासी खिचड़ी पकाने की भी तैयारी में है। इन दिनों प्रदेश में कांग्रेस के भीतर कौल सिंह व प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर के बीच घमासान छिड़ा हुआ है। कौल सिंह के लंच के बाद उनके समर्थक राठौर के खिलाफ  मोर्चा खोल चुके हैं। मंडी जिला अध्यक्ष की ओर से कौल सिंह के खिलाफ  कार्रवाई करने के लिए पारित प्रस्ताव ने आग में घी डालने का काम किया है। इसके विरोध में आठ कांग्रेस पदाधिकारी अपने पदों से इस्तीफा दे चुके हैं।

सबकी नजरें टिकीं

लंच के जरिए वीरभद्र सिंह पार्टी के भीतर छेड़े घमासान को लेकर क्या रुख अपनाते हैं, यह देखने लायक होगा। सियासी गलियारों में चर्चा यहां तक है कि पूर्व सीएम लंच पर अपनी अगली रणनीति को अंतिम रूप देंगे। सवाल यह भी उठ रहे हैं कि क्या वह पार्टी को एकजुट करने में कामयाब होंगे या फिर गुटबाजी को और हवा मिलेगी। सबकी नजरें अब इस पर टिक गई हैं कि कौल सिंह, जीएस बाली,  रामलाल ठाकुर इत्यादि बैठक में शामिल होते हैं या नहीं।