पीडि़त बच्चे को पीजीआई पहुंचाकर करवाया इलाज

स्टाफ रिपोर्टर-बद्दी-औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के तहत वार्ड नंबर-दो निवासी दीपू पंडित ने चार साल के बच्चे की मद्द करके मानवता की मिसाल पेश की है। दीपू पंडित ने साबित कर दिया कि भाग दौड़ भरी जिंदगी और मतलब परस्त दुनिया में अभी भी मानवता जिंदा है। दीपू पंडित शनिवार को वह अपनी माता को दवाई लेने के लिए नालागढ़ अस्पताल गए थे। जहां उन्होंने देखा कि मुरादाबाद का रहने वाला प्रवासी मजदूर सुभाष का चार वर्षीय बेटा बादल जिसकी की छत पर से गिरने से टांग टूट गई थी। गंभीर हालत होने के चलते उसे डॉक्टरों ने पीजीआई रैफर कर दिया।

लेकिन बादल के परिजनों के पास अपने चार वर्षीय बेटे के इलाज के लिए पैसे नहीं थे। दीपू पंडित ने बताया कि उन्होंने इलाज के लिए उसे पैसे दिए और उसे पीजीआई भेजने का इंतजाम किया। वहीं पीजीआई जाने के बाद लगातार दो-तीन दिन दीपू पंडित फोन पर बादल का हाल पूछता रहा। वहीं मंगलवार को बादल का सफल ऑपरेशन हुआ और चिकित्सकों ने उसे घर भेज दिया। इस पर दीपू पंडित स्वयं अपनी गाड़ी में पीजीआई पहुंचा और सकुश्ल बादल को उसके घर छोड़ा। बादल के पिता सुभाष ने बताया कि दीपू पंडित उनके लिए भगवान का अवतार बनकर आए हैं, जिन्होंने उनके बेटे की मद्द की जिससे कि वह अपने दोनों पैरों पर चल सकता है। सुभाष का कहना है कि आज के समय मतलब परस्त दुनिया में जहां अपने सगे संबंधी मुसीबत में साथ नहीं देते वहीं दीपू पंडित ने मानवता की मिसाल पेश की है।