आधा दर्जन रूटों पर नहीं दौड़ीं बसें

कार्यालय संवाददाता- हमीरपुर-श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर सरकारी अवकाश के चलते लोकल रूटों पर बसों की खासी कमी देखने को मिली। क्या एचआरटीसी, क्या प्राइवेट सभी ने अपने कुछेक रूटों पर अवकाश के चलते बसें नहीं चलाई। जिसका खामियाजा यात्रियों को दिन भर भुगतना पड़ा। सुबह के समय बसें न चलने पर प्राइवेट क्षेत्र में काम करने वाले सैकड़ों लोगों को खासा परेशान होना पड़ा। उन्हें काम पर एक से दो घंटे देरी पर पहुंचना पड़ा। बस ऑपरेटरों की मनमानी से यात्रियोें को आए दिन परेशान होना पड़ रहा है।  बता दें कि सरकारी अवकाश के चलते हमीरपुर डिपो ने करीब आधा दर्जन बस रूटों पर बसें नहीं चलाई। ऐसा ही हाल प्राइवेट बस ऑपरेटरों का रहा।

इसके चलते प्राइवेट सेकेटर में काम करने वाले सैकड़ों लोगों को सुबह के समय खासा परेशान होना पड़ा। सूत्रों की मानें तो सुजानपुर से हमीरपुर सुबह 6ः50 बजे चलने वाली बस बुधवार सुबह रूट पर नहीं आई। ऐसे में धनोटू, बनाली, चबूतरा, भड़मेली, तलाई, कुठेड़ा और चौकी में निगम बस का इंतजार कर रहे यात्रियों को खासा परेशान होना पड़ा। सुबह से बस के इंतजार में खड़े यात्रियों को सुजानपुर बस अड्डा 8ः05 बसे चलने वाली प्राइवेट बस के जरिए ही हमीरपुर पहुंचना पड़ा। ऐसे में उक्त यात्रियों को डेढ़ से दो घंटे देरी से कार्यालयों में पहुंचना पड़ा। जिन्हें जल्दी थी, उन्होंने टैक्सी के जरिए ही हमीरपुर तक का सफर मजबूरी में करना पड़ा। दिन भर ऐसे कई रूट बंद होने से यात्रियों को सुबह के समय खासी दिक्कतें झेलनी पड़ी। अगर निगम व प्राइवेट बस आपरेटरों की मानें, तो अवकाश के दिन यात्री नामात्र होते हैं, ऐसे में बसों का तेल खर्च निकालना भी मुश्किल हो रहा है। निगम व प्राइवेट बस ऑपरेटरों की इस तरह की मनमानी से गरीब व मध्यम वर्गीय  परिवारों की हर दिन मुश्किल बढ़ रही हैं। क्योंकि संडे को पहले ही बसें लोकल रूटों से गायब रहती हैं अब सरकारी अवकाश पर भी बस रूट बाधित होना शुरू हो गए हैं। ऐसे में उन्हें प्राइवेट सेकेटर में काम करना दिन-प्रतिदिन मुश्किल हो रहा है।