बंगाणा में होगी पशुपालकों की प्रतियोगिता

कार्यालय संवाददाता—बंगाणा

उपमंडल के विभिन्न श्रेणियों के पशुपालक जैसे डेयरी, बकरी पालन, सूअर पालन और मुर्गी पालन से जुड़े छोटे मझोले पशुपालकों की प्रतियोगिता करवाकर विभिन्न श्रेणियों के लिए उत्कृष्ट प्रथम, द्वितीय, तृतीय तथा कंसोलेशन पुरस्कारों से सम्मानित करेगी। प्रतियोगिता में अपने अपने क्षेत्रों से पशु चिकित्सा अधिकारी कम से कम पांच नामांकन॒वरिष्ठ॒ ॒पशु चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय को पशुपालकों के घर द्वार पर जाकर निम्नलिखित तथ्यों का अवलोकन करेंगे। इसके उपरांत नामांकन॒ भेजेंगे।

 पशुपालक के द्वारा पशुओं के प्रबंधन की व्यवस्था कैसी है। अगर अजोला घास लगाया है तो उसकी स्थिति कैसी है। सहजन के पौधे उसके आसपास सुरक्षित हैं। क्या पशुपालक विभागीय गतिविधियों से भली-भांति परिचित है। क्या उसने अपने बाड़े॒के बाहर बोर्ड के माध्यम से पशुपालन की गतिविधि को दर्शाया है। क्या पशुपालन से की गई कमाई का लेखा-जोखा रखा है। क्या अपने पशुओं को नियमित तौर पर कृमिनाशक दवाई और खनिज लवण दे रहा है। क्या उसे टीकाकरण की पूरी जानकारी है। पशुपालन व्यवसाय में उसका लक्ष्य क्या है। अपने-अपने क्षेत्रों में पशु चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में वैटरिनरी फार्मासिस्ट उपरोक्त तथ्यों का अवलोकन कर प्रत्येक पशु चिकित्सालय पांच-पांच अंद्राज भेजेगा उसके उपरांत वरिष्ठ पशुचिकित्सा अधिकारी की अध्यक्षता में अधिकारियों और कर्मचारियों का पैनल विभिन्न विभिन्न श्रेणियों के पुरस्कारों का निर्णय करेगा।

इस प्रतियोगिता का उद्देश्य॒प्रगतिशील पशुपालकों को पशुपालन की ओर आकर्षित करने के लिए एक पहल है ताकि वे पशुपालन को व्यवसाय के रूप में अपनाकर अपनी आर्थिक व्यवस्था के साथ-साथ प्रदेश और देश की आर्थिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने में अहम भूमिका निभा सके। पुरस्कार के साथ-साथ औषधीय गुणों से युक्त पशु चारे के पौधे जैसे कल्पवृक्ष ,सहजन और सुपर नेपियर घास की कटिंग भी उपहार स्वरूप दी जाएगी। यह निर्णय उक्त समिति के अध्यक्ष एवं उपमंडल पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सत्येंद्र ठाकुर की अध्यक्षता में हुई सदस्य पशु चिकित्सकों और पैरावेट्स की गोष्ठी में लिया गया। इस गोष्ठी में डा. सतेंद्र के अतिरिक्त डॉ राजेश, डा. अभिनव सोनी, अभिनव राणा, तिलक राज राणा, बलवीर सिंह ठाकुर, शंकर सिंह, केशव नंदा, नरेश कुमार, वीरेंद्र ठाकुर राजेंद्र कुमार और सुरेश कुमार उपस्थित रहे।