बॉर्डर एरिया का जायजा लेगा रक्षा मंत्रालय

दिव्य हिमाचल ब्यूरो—केलांग

किन्नौर बार्डर में चीन के करीब 20 किलोमीटर अंदर  घुस आने का खुलासा होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां एक बार फिर अलर्ट हो गई हैं। हालांकि इस बार चीन द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों में की गई घुसपैठ का खुलासा लाहुल-स्पीति के विधायक एवं सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने किया है। ऐसे में बताया जा रहा है कि रक्षा मंत्रालय से अधिकारियों का एक दल जहां जल्द किन्नौर बॉर्डर का दौरा करने के लिए पहुंच रहा है, वहीं हिमाचल के सीमावर्ती क्षेत्रों में चौकसी बढ़ाने की भी निर्देश दिए गए हैं। लाहुल-स्पीति की अगर बात की जाए, तो यहां ड्रैगन के साथ करीब 105 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है, जिसमें करीब 12 गांव बसे हुए हैं, जबकि किन्नौर की तरफ से चीन के साथ करीब 120 किलोमीटर लंबी सीमा सटी हुई है।

अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ सटे क्षेत्रों में जहां तकनीकी शिक्षा मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय के खुलासे के बाद लोगों में दहशत का माहौल है, वहीं सरकार ने इन सभी क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि कुछ समय पहले जहां सरकार ने एसपी रैंक के अधिकारियों को विशेष तौर पर लाहुल-स्पीति व किन्नौर के बॉर्डर एरिया का जायजा लेने व लोगों से बात करने के लिए भेजा था। ऐसे में इन अधिकारियों ने जहां सरकार को अपनी रिपोर्ट में भी इस बात का खुलासा किया था कि बॉर्डर पार जहां चीन सीमा के नजदीक कुछ हलचल देखी गई है, वहीं भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के पास उनके सूत्रों ने भी ऐसी ही कुछ सूचनाए दी थीं। ऐसे में केंद्रीय रक्षा मंत्रालय से भी जल्द अधिकारियों के एक दल की बॉर्डर का दौरा करने की बात कही जा रही है। ऐसे में लाहुल-स्पीति प्रशासन ने भी अपनी तरफ से चौकसी को जहां बढ़ा दिया है, वहीं सेना के अधिकारी भी स्पीति व किन्नौर के सीमा वर्ती क्षेत्रों की पलपल की जानकारी जुटा रहे हैं।

रंगरीक में बने एयरपोर्ट

स्पीति के स्थानीय लोगों का कहना है कि केंद्र को अब बिना समय गवाए रंगरीक में जल्द से जल्द सेना का हवाई अड्डा बनाने को मंजूरी दे देनी चाहिए। भारत सरकार ने सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए हाल ही में मास्टर प्लान तैयार किया है।

केंद्र को लिखा पत्र

तकनीकी शिक्षा मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय का कहना है कि इस पूरे मामले को लेकर केंद्र को भी एक पत्र लिखा गया है। सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है।