कोरोना ने छीनी मंदिरों की रौनक

By: Aug 11th, 2020 1:20 am

नगर संवाददाता-नाहन-सोलह कला संपूर्ण भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव जन्माष्टमी पर्व इस मर्तबा कोरोना संक्रमण के चलते मंदिरों के कपाट बंद होने से श्रद्धालुओं के लिए फीका हो गया है। जबकि जिला सिरमौर के विभिन्न क्षेत्रों में जन्माष्टमी का उत्सव प्रतिवर्ष धूमधाम से मनाया जाता रहा है। बता दें कि प्रतिवर्ष खासतौर जन्माष्टमी की तिथियों को लेकर श्रद्धालुओं में अष्टमी और रोहिणी नक्षत्र को लेकर असमंजस की स्थिति रहती है। वहीं इस मर्तबा पंडित सुरेंद्र शर्मा के अनुसार जन्माष्टमी का त्योहार इस मर्तबा वृद्धियोग बन रहा है, जिसमें पूर्जा-अर्चना फल दोगुना हो जाता है। उन्होंने बताया कि भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी 11 अगस्त को प्रातः लग रही है जो कि 12 अगस्त प्रातः 11 बजे तक जारी रहेगी, जबकि रोहिणी नक्षत्र 13 अगस्त को पड़ रहा है। लिहाजा गृहस्थ लोगों के लिए अष्टमी सूर्यादय यानी 11 अगस्त को उपवास रहेगा, जबकि वैष्णव लोगों के लिए यह उपवास 12 अगस्त को होगा।

वहीं, 13 अगस्त को गुग्गा नवमी का छडि़यों का उत्सव क्षेत्र में होगा। उन्होंने बताया कि मंदिरों में इस मर्तबा केवल पुजारी ही बाल कृष्ण का पालना टांग कर पूजा-अर्चना करेंगे। वहीं श्रद्धालु घर से ही बाल कृष्ण की पूजा-अर्चना, कीर्तन जागरण कर सकेंगे। वहीं नवमी तिथि को विशेष तौर पर गुग्गा महाराज की पूजा-अर्चना और जागरण तथा लोहे की जंजीरों से गुग्गा भक्तों द्वारा स्वयं को पीटने का भी आयोजन होता है। गुग्गा महाराज नवमी और अष्टमी का क्षेत्र में बहुत महत्त्व है जिसे श्रद्धालु श्रद्धा और उल्लास से मनाते आ रहे हैं। उधर जिला के ग्रामीण क्षेत्रों के बाजारों में श्रद्धालुओं ने विशेषतौर से जन्माष्टमी पर्व के लिए फलों की खरीददारी की, जबकि क्षेत्र में इस दौरान तैयार किए जाने वाले पकवानों को लेकर भी खरीददारी की गई।


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