दिल्ली से बीमारी लेकर आ रहे मजदूर

पास के इंतजार में यहां-वहां दिन काट हो रहे इफेक्टिव, एंट्री करते ही संक्रमित

कुल्लू – कोरोना महामारी के शुरुआती दौर से जिला कुल्लू कई माह तक ग्रीन जोन में रहा, लेकिन जैसे ही बाहरी राज्यों से लोगों का आना शुरू हुआ, तो मामले भी बढ़ने लगे मामले भी बढ़े। पिछले कुछ दिनों से आए दिन कोरोना पोजिटिव के मामले बढ़ रहे हैं। बाहरी राज्यों से आए मजदूर अभी तक ज्यादा संख्या में कोरोना पॉजिटिव आए हैं।

इसके अलावा जो बाहरी राज्यों व विदेशों में थे, वे जब अपने घर लौटे तो उनमें से कुछ की ही रिपोर्ट पॉजिटिव आई। अब तक करीब 21 से अधिक लोग स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट चुके हैं। जांच के बाद यह भी पाया गया है कि जो बिहार या अन्य राज्यों से मजदूर इन दिनों हिमाचल के विभिन्न जिलों सहित कुल्लू जिला में प्रवेश कर रहे हैं वे ज्यादातार इफेक्टिव हो रहे हैं। बुद्धिजीवियों की मानें तो जो मजदूर अपने घर से निकल रहा है, उसे कई दिन तक दिल्ली में इंतजार करना पड़ता है कि जब पास मिलेगा, तभी वह कुल्लू का रुख करेगा।

ऐसे में बहुत से मजदूर दिल्ली की सड़कों में दिन निकाल रहे हैं। अनुमति मिलने के बाद जिला में प्रवेश कर रहे हैं। जहां पर आने के बाद संस्थागत क्वारंटाइन तो इन्हें किया जा रहा है, सैंपल लेने के बाद इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। घर से निकलने से पहले ही अगर इन्हें जिला में प्रवेश करने को लेकर समय पर पास मिल जाए, तो शायद संक्रमण के मामले कहीं न कहीं घट सकते हैं। हालांकि स्थानीय लोग सभी नियमों का पालन कर रहे हैं। घरों से बाहर बच्चे व बुजुर्ग अब और भी कम निकलने लगे हैं। मनाली की बात करें तो यहां स्थानीय लोग बेवजह  बाजार में नहीं घूमते। ऐसे में जिला प्रशासन कुल्लू को चाहिए कि समय पर बाहर से आने वाले मजदूरों को पास दे वरना संक्रमण के मामले बढ़ते जाएंगे।

कोरोना जांच के बाद ही मिले जिला में प्रवेश

स्थानीय कुल्लू के निवासी विनोद मिश्रा, अजय शर्मा, अंकुश कुमार, प्रदीप, संजय शर्मा, राजीव किमटा, हेम राज का कहना है कि बाहरी राज्यों से आ रहे मजदूरों का भी सैलानियों की तरह पहले ही टेस्ट होना चाहिए। इससे कहीं न कहीं राहत सरकार व प्रशासन को भी मिलेगी। क्योंकि जिला में बढ़ रहे मामलों के चलते आने वाले समय में यह ठीक नहीं होगा।