एसआईटी ने दर्ज किए खाताधारकों के बयान

दियोली सहकारी सभा के महाघोटाले की जांच में जुटाए सबूत, ऑडिट रिपोर्ट में सामने आ रही गड़बड़ी

दौलतपुर चौक-दियोली सहकारी सभा के 11.70 करोड़ रुपए के महाघोटाले के परतें जांच में जैसे जैसे परते खुलती जा रही हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक दलों की सरगर्मियां भी बढ़ने लगी हैं। सत्तापक्ष एवं विपक्ष की तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। यद्यपि इस घोटाले की जांच में लगी एसआईटी पूरी तरह से गोपनीयता बरत रही है, फिर भी ऐसी सुगबुगाहट सुनने को मिल रही है कि इस महाघोटाले में सफेदपोश बड़ी मछलियों के पकडे़ जाने की आंशका है, जिन्होंने खाताधारकों के पैसे से अपने व्यवसाय के बारे-न्यारे कर लिए। जबकि सूत्रों से यह भी पता चला है कि दियोली सोसायटी के ऑडिट में भी पारदर्शिता नहीं बरती गई है, जिस पर से पुलिस जांच में अब पर्दा उठकर रहेगा।

उधर दियोली सहकारी सभा के प्रधान सुरेंद्र सिंह ने दोनों राजनीतिक दलों से आग्रह किया है कि सभा के मामले को लेकर आरोप प्रत्यारोप बंद करें, क्योंकि यह मामला अब माननीय उच्च न्यायालय में पहुंच चुका है, ऐसे में बयानबाजी करने से खाताधारकों को मानसिक परेशानी हो रही है, साथ ही जांच पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है। उन्होंने आशा जताई कि माननीय कोर्ट के फैसले से खाताधारकों को जरूर न्याय मिलेगा। उधर, एसएचओ गगरेट की अगवाई में एसआईटी ने मंगलवार को जांच जारी रखी और पीडि़त खाताधारकों के बयान कलमबद्ध किए और उनके द्वारा पेश किए गए साक्ष्यों की जांच की। एसएचओ हरनाम सिंह ने बताया कि एसआईटी की टीम पूरी गंभीरता से जांच कर रही है, शुरुआती जांच में ऑडिट रिपोर्ट में गड़बड़ सामने आई है। पुलिस पीडि़त खाताधारकों के बयान कलमबद्ध करके जांच की पूरी रिपोर्ट तैयार करने में जुट गई है, ताकि पीडि़त खाताधारकों को न्याय मिल सके और घोटाले के आरोपियों के खिलाफ कारवाई अमल में लाई जा सके।