मनरेगा काम निपटाने में कांगड़ा टॉपर

ओडिशा का विकास खंड दूसरे नंबर पर, हिमाचल में कोविड काल में पूरे हुए 517 कार्य

कांगड़ा – मनरेगा कार्य पूरा करने में विकास खंड कांगड़ा ने संपूर्ण भारत में पहला स्थान झटका है, जबकि ओडिशा का एक ब्लॉक दूसरे पायदान पर आया है। वित्त वर्ष 2020-21 के तहत कोविड काल के दौरान मनरेगा के हिमाचल में कुल 517 कार्य पूर्ण हुए हैं। इनमें से अकेले जिला कांगड़ा में 236 कार्य हुए हैं। मई से लेकर 31 जुलाई तक किए गए कांगड़ा जिले में हुए इन 236 कार्यों में से 223 काम अकेले विकास खंड कांगड़ा में हुए हैं।

कोरोना महामारी के बीच पूर्ण हुए यह मनरेगा कार्य राज्य ही नहीं, बल्कि पूरे देश में सर्वाधिक हैं। कांगड़ा विकास खंड ने मात्र तीन महीनों में यह उपलब्धि हासिल की है। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के चलते जहां पूरे देश की समस्त जनता त्राहि-त्राहि कर रही है, वहीं जिला कांगड़ा के कुशल प्रशासनिक नेतृत्व में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत बेरोजगारों को अधिक से अधिक रोजगार दिया जा रहा है।

कोविड के चलते जब लोग देश भर से कांगड़ा (मूल) वापस आए ,तो बेरोजगारी उनके सामने मुहं खोले खड़ी थी, लेकिन महामारी के चलते बेरोजगारी की समस्या से निपटने के लिए उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति व अतिरिक्त उपायुक्त राघव शर्मा ने मनरेगा समग्र एक योजना सृजित की। योजना के अंतर्गत खेती, पशुपालन, बागवानी व मछली पालन जैसी अन्य व्यक्तिगत गतिविधियों को बढ़ावा दिया गया और इसे सफल बनाने के लिए जिला कांगड़ा के खंड विकास अधिकारियों को पूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई। योजना के अंतर्गत जिला कांगड़ा में मई  से जुलाई तक खंड विकास अधिकारी चंद्रवीर सिंह के नेतृत्व में अकेले विकास खंड कांगड़ा में ही 223 कार्य समाप्त कर लिए गए।