पंजाब भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अश्वनी शर्मा बोले,  नैतिकता के आधार पर गद्दी छोड़ें कैप्टन अमरिंदर सिंह

अमृतसर –  पंजाब भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने गुरुवार को कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार के कुशासन तथा बेलगाम नशा माफिया के चलते नाजायज जहरीली शराब से होने वाली मौतों का आंकड़ा रोज़ाना बढ़ रहा है। श्री शर्मा ने पीड़ित परिवारों के साथ संवेदना व्यक्त करने तथा स्थिति का जायजा लेने के लिए आज बटाला, अमृतसर और तरनतारन जिले के गांवों का दौरा किया।

उन्होंने पीड़ित परिवारों को आश्वासन दिया कि भाजपा हर हालत में इन्साफ दिलवाने तक उनके साथ खड़ी है। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि पंजाब के तीन जिलों में नाजायज जहरीली शराब से 120 मासूम लोगों की जान जा चुकी है तथा अभी भी कई लोग अस्पताल में जिन्दगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं। इसके लिए सीधे तौर पर कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके नेता जिम्मेवार हैं, क्योंकि राजनीतिक दबाव बना कर यह कांग्रेसी नेता अपने-अपने इलाकों में पुलिस को उसका काम करने से रोकते हैं। उन्होंने कहा कि उधर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस मामले में अपनी साख बचाने के लिए एक तरफ पुलिस अधिकारियों को बलि का बकरा बनाया तो दूसरी तरफ शराब के छोटे तस्करों की गिरफ्तारी शुरू कर दी, लेकिन बड़ी मछलियां अभी भी उनकी पहुंच से दूर हैं। नशा माफिया को पंजाब की कांग्रेस सरकार का सरंक्षण प्राप्त है।

श्री शर्मा ने कहा कि लॉक-डाउन के दौरान पंजाब में अवैध शराब की बेतहाशा बिक्री होती रही है और कांग्रेसी नेताओं ने शराब माफिया के साथ मिलकर हजारों करोड़ रुपये कमाये जिसके चलते पंजाब के राजस्व विभाग को 5600 करोड़ रूपये का घाटा सहन करना पड़ा। भाजपा के विरोध पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी साख बचाने के लिए एस.आई.टी. गठित कर नशा मामलों की जाँच करवाई, लेकिन जब इसमें कांग्रेसी नेताओं के नाम उजागर होने लगे तो एस.आई.टी. की जाँच को ठन्डे बसते में डाल दिया गया।

श्री शर्मा ने कहा कि एक जिम्मेवार विपक्ष की भूमिका निभाते हुए भाजपा इस हृदय विदारक घटना की सी.बी.आई. जांच की केंद्र सरकार से मांग कर चुकी है और केन्द्रीय नेतृत्व ने इस मामले पर गृह-मंत्रालय से बात करके जल्द से जल्द उचित कारवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि कैप्टन को गद्दी छोड़ने के लिए मजबूर होने तक भाजपा के कायर्ककर्ता सड़कों पर उतरते रहेंगे।