पुराना कांगड़ा में श्रीराम-सीता की झांकी

कांगड़ा – अयोध्या में  श्रीराम  मंदिर निर्माण के भूमिपूजन  के उपलक्ष्य में पुराना कांगड़ा  में  बीते बुधवार को प्रभात फेरी एवं शोभायात्रा का आयोजन त्रिगर्त दिव्य योग आश्रम व सनातन साधना आश्रम के तत्त्वावधान में किया गया। यह कार्यक्रम गोल्डन बुक में 59 वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज करने वाले विश्व ख्याति प्राप्त योगाचार्य रणजीत सिंह के मार्गदर्शन में  किया गया, जिसमें आश्रम से जुड़े सैंकड़ों साधक मास्क पहनकर और सोशल डिस्टेंसिंग में भारी संख्या में सम्मिलित हुए। इस प्रभातफेरी में प्रभु श्रीराम-सीता और हनुमान की झांकी भी निकाली गई।

सुबह तड़के पहले पहर चार बजे आश्रम से निकलते ही गणपति जी के ध्यान व मंत्र के साथ प्रभु श्रीराम जी की स्तुति श्रीरामचंद्र कृपालु भजमन, हरण भवभय दारूणम् और भय प्रगट कृपाला दीनदयाला कौशल्या हितकारी गा गाकर आरती उतारी गई। शंखनाद हुआ और साथ ही ढोल चिमटा बजने शुरू हो गाए। तत्पश्चात्  कांगड़ा किला,  मुहल्ला दांती, भनेट, वरसूही, चमोड़ी, डुगियां हट्टियां, लायब्रेरी ग्राउंड, टोली, नालेयां और उपरेट मुहल्ला होकर प्राचीन मार्ग मां बज्रेश्वरी के श्रीचरणों में शीश नवाया और खूब भजन कीर्तन हुआ।

इंजी.चंद्रभूषण मिश्रा और योगाचार्य रणजीत सिंह योगी जी की माता ने नृत्य करके  और जयकारा लगा लगाकर सुबह सैर को निकले लोगों को भी प्रभात फेरी में सम्मिलित होने पर विवश कर दिया। कांगड़ा वाली माता बज्रेश्वरी के श्रीचरणों में शीश नवाने के बाद जाड़ू महादेव मंदिर में सभा का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जिला श्रमिक कार्य प्रमुख रमेश भरमौरी ने अपने संबोधन में प्रभु श्रीराम मंदिर से जुड़े अनेक पहलूओं को छेड़ा और इस मौके पर छह दिसंबर, 1992 को तत्कालीन सरकार द्वारा किए गए गोलीकांड में असंख्य रामभक्तों ने अपनी जान से हाथ धोया था। योगाचार्य रणजीत सिंह ने राम नाम में हाजिरी लगवाने वाले सभी साधकों को धन्यवाद किया।