सरकार मिड-डे मील वर्कर्ज से भरे एमटीएस के पद

मांगों को लेकर किया प्रदर्शन, मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

मंडी-प्रदेश मिड-डे मील वर्कर्ज यूनियन ने शुक्रवार को सीटू के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर मंडी में धरना दिया व प्रदर्शन किया। मिड-डे मील वर्कर्ज यूनियन ने शहर में प्रदर्शन करने के बाद उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को अपनी मांगों के संबंध में ज्ञापन भी भेजा। यूनियन के जिला अध्यक्ष चमन लाल ने बताया कि बहु-उदेश्यीय कार्यकर्ता यानी एमटीएस के जरिए सरकार स्कूलों में जलवाहकों के पदों को खत्म करके रखने जा रही है, जो कि गलत है।

यूनियन मांग है कि इन पदों को भरते समय पिछले 15 वर्षों से कार्य कर रहे मिड-डे मील वर्करों को ही प्राथमिकता दी जाए। यूनियन को इस बात का रोष है कि सरकार ने यह फैसला तीन साल पहले लिया था, मगर इसकी अधिसूचना अब जारी हुई है और इसके लिए सरकार आवेदन मांग रही है। जबकि मिड-डे मील वर्करों को ही इसमें रखा जाना चाहिए था।

यूनियन ने रोष जताया है कि इसके लिए बाहर से आवेदन न मांग कर पहले से काम कर रहे मिड-डे मील वर्करों को ही इसमें प्राथमिकता दी जाए। यूनियन का कहना है कि कोरोना महामारी के चलते इन दिनों स्कूल बंद हैं, मगर इसके बावजूद भी मिड-डे मील वर्कर बच्चों के घर घर जाकर राशन वितरित कर रहे हैं। यहां तक आइसोलेशन सेंटरों में भी मिड-डे मील वर्करों को खाना बनाने का काम दिया गया है। इसकी एवज में सरकार कोई अतिरिक्त भुगतान नहीं किया गया है।

कुछ खंडों में कार्यकर्ताओं को अभी जून महीने का वेतन दिया गया मगर कई खंडों में अभी तक भी मार्च तक का ही वेतन कार्यकर्ताओं को मिला है। यह भी महज 1100 रुपए मासिक वेतन ही दिया जा रहा है और इसे लेकर कार्यकर्ताओं में भारी रोष है। यूनियन ने इस बात पर भी कड़ी नाराजगी जताई कि प्रदेष उच्च न्यायालय ने 31 अक्तूबर 2019 को दिए गए अपने निर्णय में कहा था कि मिड-डे मील कार्यकर्ताओं को 10 महीने की बजाय 12 महीने का वेतन दिया जाए, मगर सरकार ने अभी तक इसे भी लागू नहीं किया है।

यूनियन ने कहा कि अप्रैल 2020 से कार्यकर्ता का मानदेय में 300 रुपए की बढ़ोतरी की गई है मगर इसे भी कुछ खंडों में ही लागू किया गया है। इस मौके पर जिला प्रधान चमन लाल, सचिव संतोष, तारा देवी, अहल्या देवी, बबली, करिश्मा, धनी देवी, कौशल्या देवी, लता देवी व विमला सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया। इस मौके पर जिला प्रभारी गुरदास वर्मा व सीटू के जिला सचिव राजेश शर्मा भी मौजूद रहे।