शालूघाट-जब्बल तक सड़क खस्ताहाल

लोगों ने दी चेतावनी; कहा, जल्द रोड की मरम्मत न की तो करेंगे प्रदर्शन

जुखाला – रानी कोटला और जुखाला क्षेत्र को जोड़ने के लिए जब्बल नाम स्थान के पास अलीखड्ड पर एक पुल का निर्माण 1997 में किया गया था ताकि इन क्षेत्रों में वर्ष भर संपर्क बना रहे। यह पुल इस क्षेत्र की भाग्य रेखा है, लेकिन जब से बिलासपुर सोलन की सीमा पर स्थित बाग्गा में सीमेंट कारखाने का निर्माण हुआ। इस क्षेत्र में हजारों भारी भरकम गाडि़यों का आगमन इस पुल पर से होने लगा। यह बात मानव अधिकार संरक्षण संस्थान बिलासपुर के अध्यक्ष कुलदीप ठाकुर और महासचिव जय किशन शर्मा ने कही। सीमेंट कारखाना होने के कारण इस सड़क पर बड़ी-बड़ी गाडि़यां ओवरलोड चलती हैं, जिस कारण इस पुल और आसपास की सड़क की स्थिति बहुत खराब हो गई है। जिससे इस क्षेत्र के लोगों को छोटी गाडि़यां चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इससे गाड़ी मालिकों को आर्थिक नुकसान तो होता ही है साथ में जाम की स्थिति बनने से स्थानीय लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जबकि होना यह चाहिए था कि इस स्थान पर सरकार या सीमेंट कंपनी द्वारा एक अन्य बड़े पुल का निर्माण किया जाता, जिस पर सीमेंट कंपनी के भारी भरकम वाहन बिना किसी जोखिम से गुजरते और स्थानीय लोगों को भी दिक्कतें न होती। इतने वर्ष बीत जाने के बाद आज दिन तक शालूघाट से जब्बल तक एक अच्छी सड़क सुविधा भी उपलब्ध नहीं करवा सके, जबकि इसके रखरखाव की जिम्मेदारी सीमेंट कंपनी की है, इसलिए जिला प्रशासन और लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता के ध्यान में मामला लाया जा रहा है कि इस पुल तथा साथ लगती सड़क की मरम्मत लोक निर्माण विभाग स्वयं करें या सीमेंट कारखाना प्रबंधक को आदेश करें, क्योंकि सीमेंट कारखाने की भारी-भरकम वाहन चलने से ही यह स्थिति उत्पन्न हुई है। उन्होंने का कि अगर इस पुल और सड़क की मरम्मत नहीं की जाती तो संस्थान स्थानीय लोगों के साथ धरना प्रदर्शन करने को विवश होगा।