तांदी-संसारी रोड से हटाया बाढ़ का मलबा

लाहुल स्पीति में बीआरओ ने युद्ध स्तर पर छेड़ा मार्ग बहाली का काम, बादल फटने की घटनाओं से लोग सहमे

केलांग-प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में जहां बारिश का दौर चल रहा है, वहीं लाहुल-स्पीति में भी खराब मौसम लोगों के लिए आफत बना हुआ है। गत दो दिन में जहां जिला के विभिन्न क्षेत्रों में बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं, वहीं घाटी में बहने वाले नाले भी उफान पर हैं। तांदी-संसारी मार्ग पर जहां बादल फटने से यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई थी, वहीं पटन घाटी के तीन नालों में बाढ़ आने से वाहनों की आवाजाही थम गई थी। यही नहीं उदयपुर के समीप कडु नाले में भी इस दौरान बाढ़ आ गई थी। ऐसे में मौसम के थमते ही जहां बीआरओ ने  लाहुल-स्पीति की सड़कों की बहाली का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू किया, वहीं रविवार को जिला की उन सभी सड़कों को यातायात के लिए बहाल कर दिया गया, जो नालों में बाढ़ आने से प्रभावित हुई थीं। बीआरओ के कमांडर कर्नल उमा शंकर का कहना है कि खराब मौसम बीआरओ के लिए चुनौती बना हुआ है। खराब मौसम के बीच जहां मनाली-लेह मार्ग को बहाल रखने का पूरा प्रयास किया जा रहा है, वहीं घाटी के विभिन्न क्षेत्रों में पिछले दो दिन में बादल फटने की घटनाएं भी सामने आई हैं। लिहाजा कुछ क्षेत्रों में बहने वाले नालों में जहां बाढ़ आ गई थी, वहीं यातायात व्यवस्था भी इन क्षेत्रों में प्रभावित हुई थी।

ऐसे में बीआरओ ने युद्ध स्तर पर सड़कों पर नालों की बाढ़ के साथ आया मलबा हटाने में कामयाबी हासिल की है, वहीं लाहुल-स्पीति की अधिकतर सड़कों को रविवार को बहाल कर दिया गया है। यहां बता दें कि बीते सप्ताह स्पीति के काजा डिवीजन में रांगरिक के समीप नाले में बादल फटने से केबलिंग गांव का रांगरिक से संपर्क कट गया था। पीडब्ल्यूडी विभाग काजा ने सड़क बहाल कर केबलिंग गांव को रांगरिक से एक बार फिर जोड़ दिया है। लाहुल-स्पीति के मौसम में लगातार हो रहे बदलाव से जहां अब लोग डरने लगे हैं, वहीं बादल फटने की घटनाओं में भी इजाफा दर्ज किया गया है। बरसात के शुरुआती दौर में ही जनजातीय जिला के लोगों के लिए खराब मौसम आफत बना हुआ है।

दूसरी ओर मनाली-रोहतांग मार्ग पर भी जगह-जगह भू-स्खलन हो रहा है, लेकिन बीआरओ लगातार मार्ग में वाहनों की आवाजाही सुचारू रखे हुए है। मनाली-लेह मार्ग सहित तांदी-संसारी, ग्रांफू-सुमदो व दारचा-पदुम सड़क पर यातायात सुचारू है। लाहुल-स्पीति प्रशासन का कहना है कि खराब मौसम को ध्यान में रख प्रशासन लोगों से यही अपील करता है कि खराब मौसम के बीच सुरक्षित स्थलों पर ही रहें।