ऊना में न्याय के लिए भटक रही महिलाएं

महिला थानों में महिला रैंक की अधिकारी न होने से बेबस दिख रही महिलाएं, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सचिव सरोज शर्मा ने उठाई मांग

स्टाफ रिपोर्टर। गगरेट-महिलाओं के साथ होने वाले अपराध के लिए महिला पुलिस थाने स्थापित करने के बावजूद इन पुलिस थानों में सक्षम अधिकारियों की तैनाती न होने के चलते अपराध का शिकार हुई महिलाएं लाचार व बेबस दिखाई दे रही हैं। जाहिर है कि आइटी एक्ट के तहत दर्ज प्राथमिकी की तफ्तीश इंस्पेक्टर रैंक का पुलिस अधिकारी ही कर सकता है लेकिन महिला पुलिस थाना ऊना में इंस्पेक्टर रैंक की महिला पुलिस अधिकारी ही तैनात नहीं है। ऐसे में ऐसे मामले इधर-उधर ट्रांसफर करना ही एकमात्र विकल्प है। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सचिव सरोज शर्मा ने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि प्रदेश सरकार महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए गंभीर नहीं दिख रही है यही वजह है कि महिला पुलिस थाने भी बिना सक्षम अधिकारियों के ही चल रहे हैं। महिला पुलिस थाना ऊना में इंस्पेक्टर रैंक की महिला पुलिस अधिकारी तैनात न करने पर प्रदेश सरकार को कड़ी फटकार लगाई है।

उन्होंने कहा कि इससे पहले महिला पुलिस थाना ऊना में एक महिला पुलिस इंस्पेक्टर तैनात थी जोकि बेहतरीन ढंग से कार्य कर रही है। उक्त अधिकारी के पास महिलाएं बिना किसी डर के अपनी शिकायत लेकर पहुंच जाती थीं, लेकिन उन्हें भी अब लाइन हाजिर कर दिया गेया है जबकि उनके स्थान पर  किसी महिला पुलिस इंस्पेक्टर की तैनाती महिला पुलिस थाना में नहीं की गई है। अगर कोई महिला आइटी एक्ट के तहत अपराध की शिकार हुई है तो नियमानुसार आईटी एक्ट के तहत दर्ज मामले की तफ्तीश भी इंस्पेक्टर रेंक का पुलिस अधिकारी ही कर सकता है, लेकिन महिला पुलिस थाना में महिला पुलिस इंस्पेक्टर न होने के चलते न चाहते हुए भी इसकी तफ्तीश का जिम्मा किसी पुरुष पुलिस इंस्पेक्टर को देना होगा और अकसर देखने में आया है कि अपराध का शिकार हुई महिलाएं खुलकर अपनी बात पुरुष इंस्पेक्टर के समक्ष नहीं रख पाती। उन्होंने कहा कि अगेर प्रदेश में महिला पुलिस थाने खोले गए हैं तो इस बात का भी विशेष ध्यान रखा जाए कि इन पुलिस थानों में सक्षम अधिकारियों की तैनाती सुनिश्चित हो। अन्यथा महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कागजी दावे करने से कोई लाभ नहीं। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि महिला पुलिस थानों में सक्षम महिला पुलिस अधिकारियों की तैनाती की जाए।