हफ्ते में पर्यटन में 25 फीसदी की बढ़ोतरी

सिटी रिपोर्टर – नाहन-प्रदेश में पर्यटन की दृष्टि से सीमाओं को ई-पास के बैरियर से मुक्त करने के बाद जिला सिरमौर के पर्यटन क्षेत्र में धीमी गति से पर्यटन की शुरुआत हुई है। पिछले लगभग एक सप्ताह से जिला के पर्यटन में 25 प्रतिशत तक टूरिस्ट की आमद ही दर्ज हो पाई है। कोरोना काल में पिछले छह माह से पूरी तरह से ठप पड़ गए पर्यटन के कारोबार को अब धीमी शुरुआत से गति मिल रही है। वहीं, पर्यटन विभाग को अक्तूबर माह तक उम्मीद है कि जिला में भी पर्यटकों की आमद बढ़ेगी। जिला सिरमौर में सुप्रसिद्ध श्रीरेणुकाजी, मां भंगायणी हिल स्टेशन हरिपुरधार, हेरिटेज टाउन नाहन, गुरु की नगरी पांवटा साहिब, पिच वैली राजगढ़, साहसिक पर्यटन की संभावनाओं वाला क्षेत्र सराहां, अदरक वैली शिलाई इत्यादि जिला के ऐसे पर्यटन स्थल हैं जहां बाहरी राज्यों से पर्यटकों खासतौर पर पर्यटन के पीक सीजन में पहुंचते हैं, लेकिन इस मर्तबा कोरोना काल ने पर्यटन कारोबार को बुरी तरह से धराशायी किया है।  बता दें कि जिला सिरमौर में 110 होटल और 50 के लगभग होम स्टे संस्थानों को पर्यटन के लिए खोल दिया गया है। वहीं, पिछले एक सप्ताह में जिला में 1200 पर्यटकों की क्षमता वाले इन होटलों में 550 से 600 पर्यटकों की संख्या भी दर्ज हुई है। जिला में 150 के लगभग पर्यटन इकाइयों में हालांकि प्रदेश के कोविड-19 ट्रेंड को देखते हुए बाहरी राज्यों से पर्यटकों का रख तय हो रहा है, मगर प्रदेश की नियंत्रित स्थिति को देखते हुए पर्यटन कारोबार के आगामी माह तक बढ़ने की संभावनाएं पर्यटन विभाग ने जताई हैं।

वहीं,जिला के रेणुकाजी होटल में भी बाहरी राज्यों से ऑनलाइन बुकिंग की अभी धीमी शुरुआत हुई है। जिला की पर्यटन ठहराव की पंजीकृत इकाइयों में पर्यटन विभाग बाहरी राज्यों से आने वाले सभी मेहमानों को पूरी एसओपी के साथ ही इकाइयों में एंट्री दे रहा है। उधर जिला पर्यटन अधिकारी राजीव मिश्रा ने बताया कि प्रदेश की सीमाओं को ई-पास की बाध्यता से मुक्त करने के बाद पिछले एक सप्ताह में 25 प्रतिशत पर्यटक आमद दर्ज हुई है। उन्होंने कहा कि भले ही यह धीमी शुरुआत कोविड के दौर में है, मगर ट्रेंड को देखते हुए उम्मीद है कि अक्तूबर माह में पर्यटकों की जिला में आमद बढ़ेगी।